Convent Education In Schools: हरियाणा सरकार प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए एक बड़ा बदलाव करने जा रही है। सैनी सरकार ने फैसला लिया है कि पीए श्री स्कूल और मॉडल संस्कृति स्कूलों को अब निजी और कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। जहां बच्चों को शुरू से ही अच्छी गुणवत्ता वाली और अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दी जाएगी।
शिक्षकों के लिए विशेष परीक्षा अनिवार्य
इन विशेष स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को अब एक खास परीक्षा पास करनी होगी। इसके लिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE) द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। बोर्ड ने प्रिंसिपल, हैडमास्टर, प्राइमरी टीचर, टीजीटी और पीजीटी जैसे पदों के लिए कुल 12,320 उम्मीदवारों की परीक्षा आयोजित की है।
6 जिलों में बनाए गए 42 परीक्षा केंद्र
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. पवन कुमार और सचिव मुनीष नागपाल ने जानकारी दी कि यह परीक्षा अंबाला, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, गुड़गांव और करनाल जिलों में 42 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई है। यह कदम सरकारी शिक्षा व्यवस्था में योग्यता आधारित चयन प्रक्रिया को मजबूत करने की दिशा में एक अहम प्रयास है।
परीक्षा में अपनाई गई सख्त निगरानी व्यवस्था
परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए हर केंद्र पर नोडल अधिकारी और ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए थे। सबसे खास बात यह रही कि प्रश्न पत्र सुबह 4 बजे ही जीपीएस तकनीक से संबंधित केंद्रों तक भेजे गए, जिससे उनकी सुरक्षा और ट्रैकिंग सुनिश्चित की जा सके।
प्रश्न पत्रों की GPS से निगरानी
परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग किया गया। यदि प्रश्न पत्र ले जाने वाला वाहन एक मिनट भी कहीं रुकता है, तो इसकी जानकारी बोर्ड को तुरंत मिल जाती है और कारण पूछा जाता है। यह व्यवस्था पेपर लीक और गड़बड़ियों की संभावना को खत्म करने के लिए की गई है।
जिला उड़नदस्तों की टीम भी रही मुस्तैद
परीक्षा के दौरान जिला शिक्षा अधिकारियों की उड़नदस्ते टीमें भी निगरानी के लिए तैनात की गई थीं। यह सुनिश्चित किया गया कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार या अनियमितता ना हो। यह निगरानी प्रणाली राज्य में पहली बार इतनी कड़ी निगरानी के साथ लागू की गई।
सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता बढ़ाने की कोशिश
राज्य सरकार का यह पूरा प्रयास इस दिशा में है कि सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता निजी संस्थानों के स्तर तक पहुंचाई जाए। अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई, प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के ज़रिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सरकारी स्कूलों को अभिभावक पहली पसंद के रूप में चुनें।
पीए श्री और मॉडल संस्कृति स्कूलों में आएगा नया बदलाव
हरियाणा में पीए श्री स्कूलों को पहले ही स्मार्ट स्कूलों के रूप में पहचान मिल चुकी है। अब इन्हें और अधिक आधुनिक बनाया जाएगा। मॉडल संस्कृति स्कूलों को भी एक नई पहचान देने की तैयारी है, जहां विद्यार्थियों को मल्टीपल स्किल्स के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी।
क्या है सरकार की दीर्घकालिक योजना?
सरकार की योजना है कि अगले कुछ वर्षों में इन स्कूलों को राज्य स्तर के बेंचमार्क स्कूल के रूप में विकसित किया जाए। शिक्षा में सुधार, अंग्रेजी माध्यम की मजबूती, योग्य शिक्षकों की तैनाती और आधुनिक तकनीकों का उपयोग, इन सभी के जरिये हरियाणा की शिक्षा प्रणाली को रिफॉर्म से ट्रांसफॉर्म की दिशा में ले जाना लक्ष्य है।