सरकार की ओर से किसानों को कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता है जिसे किसानों को खेती के लिए सस्ती दर पर कृषि यंत्र व मशीन उपलब्ध हो सके। इसी क्रम में राज्य सरकार की ओर से हाल ही में कृषि मेले का आयोजन किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में प्रदेश के किसान शामिल हुए। खास बात यह रही की इस मेले में किसानों ने जमकर कृषि यंत्रों की खरीद की जिस पर राज्य सरकार की ओर से इन किसानों को 5 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी गई। इस तरह मेले में किसानों ने महंगी कृषि यंत्रों को बहुत ही कम कीमत पर खरीद और सरकारी सब्सिडी का लाभ उठाया है।
मेले में किसानों को 744 कृषि यंत्रों मशीनों पर 5 करोड़ रुपए का अनुदान स्वीकृत किया गया। मेले में खरीदार किसानों को परीक्षाप्रतीकात्मक चाबी भी सौंपी गई। बता दें कि बीते दिनों बिहार सरकार की ओर से चार दिवसीय कृषि यंत्र मेले का आयोजन पटना के गांधी मैदान में किया गया जिससे करीब 75000 से अधिक किसानों ने आम लोगों ने विजिट किया। इस चार दिवसीय में लेकर दौरान कुल 744 कृषि यंत्रों का कार्य और 41 कृषि यंत्र बैंकों के लिए कुल 5 पॉइंट 39 करोड़ रुपए से अधिक का अनुदान किसानों को दिया गया है। यह अनुदान अलग-अलग कृषि यंत्रों पर अलग-अलग दिया गया। इसमें सबसे अधिक अनुदान अवशेष प्रबंधन में काम में आने वाले कृषि यंत्रों पर दिया गया इससे किसानों को करीब 80% तक सब्सिडी का लाभ प्रदान किया गया।
मेले में सबसे अधिक बिक्री फसल अवशेष प्रदेश में काम आने वालीकृषि यंत्रों/मशीनों की हुई। इससे वजह से पता चलता है कि किसानों अवशेषों को जलाने की जगह उनके प्रबंधन में अधिक रुचि दिखा रहे हैं जो पर्यावरण की दृष्टि से भी काफी अच्छा है। सरकार भी किसानों को खेतों में ही अवशेष प्रबंधन कर खाद के रूप में इसकी उपयोग को प्रोत्साहित कर रही है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते प्रदेश सरकार की ओर से राज्य के किसानों को आधुनिक कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जा रही है जिसमें 9 से 11 टाइन का हैप्पी सीडर का हैप्पी सीडर , बिना रैंक वाला स्ट्रॉ बेलर स्ट्रॉ रीपर ,सुपर सीडर ,रोटरी मल्चर, स्लैशर व स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसी के साथ ही किसानों को स्वचालित/ट्रैक्टर चालित रीपर, कम बाइंडर पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
विभाग की ओर से 9 से 11 टाइन का हैप्पी सीडर , बिना रेक वाला स्ट्रॉ बेलर ,स्ट्रॉ रीपर , सुपर सीडर , रोटरी मल्चर , स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम पर सामान्य वर्ग के किसानों को 75% सब्सिडी दी जा रही है। वह अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति और अत्यंत पिछड़ा वर्ग की किसानों को 80% अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा स्वचालित फैक्ट्री पर का कंबाइंड पर 50% सब्सिडी दी जा रही है। बिहार के कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल के मुताबिक, दशहरे के बाद किसान थोड़ा खाली रहते हैं। तब धान कटनी में कृषि यंत्रों की आवश्यकता सबसे अधिक होती है। इसलिए हम हर साल अक्टूबर महीने में एक कृषि यंत्रीकरण मेला लगाया जाएगा। राज्य स्तरीय कृषि यंत्रीकरण में यंत्रीकरण मेले की तिथि सूचना देश की यंत्र निर्माता कंपनियों के महीने के अंत तक उपलब्ध करा दी जाएगी जिससे अधिक से अधिक कृषि यंत्र निर्माता इसमें भाग ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि अब राज्य स्तरीय कृषि मेले के बाद जिला स्तर पर इसका आयोजन किया जाएगा।