Gold Rate Today: सोने की कीमतों में गिरावट का सिलसिला जारी है। सोमवार 30 जून 2025 को भी सोने के रेट में मामूली कमी देखी गई। बीते एक सप्ताह में सोना ₹3,300 तक सस्ता हुआ है। आज के दिन 24 कैरेट सोने का रेट ₹10 तक कम होकर ₹97,500 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत ₹89,300 प्रति 10 ग्राम के आसपास है।
सोने के रेट में हफ्तेभर में आया बड़ा बदलाव
बीते कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय मार्केट से मिले संकेतों और डॉलर-रुपये के उतार-चढ़ाव की वजह से सोने के भाव में गिरावट आई है। निवेशकों की सतर्कता और मांग में आई कमी के कारण सोने का भाव अब तक ₹3,300 प्रति 10 ग्राम तक गिर चुका है।
देशभर के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 89,440 | 97,560 |
मुंबई | 89,290 | 97,410 |
चेन्नई | 89,290 | 97,410 |
कोलकाता | 89,290 | 97,410 |
जयपुर | 89,440 | 97,560 |
नोएडा | 89,440 | 97,560 |
गाजियाबाद | 89,440 | 97,560 |
लखनऊ | 89,440 | 97,560 |
बंगलुरु | 89,290 | 97,410 |
पटना | 89,290 | 97,410 |
चांदी के भाव में भी दिखी गिरावट
30 जून को चांदी का भाव ₹1,07,700 प्रति किलोग्राम रहा। यह कल की तुलना में ₹100 कम है। सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी करेक्शन देखने को मिल रहा है। वैश्विक संकेतों के चलते चांदी का बाजार भी मंदी की दिशा में है।
सोने की कीमत तय कैसे होती है?
भारत में सोने की कीमतों में हर दिन बदलाव होता है। यह परिवर्तन कई अहम कारकों पर निर्भर करता है:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की कीमतें
- डॉलर और रुपये की विनिमय दर
- सरकार द्वारा लगाया गया आयात शुल्क या टैक्स
- स्थानीय मांग और आपूर्ति
सोने की खरीद भारत में परंपरा, धार्मिक आस्था और निवेश का प्रतीक रही है। खासकर शादी, अक्षय तृतीया, धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारों पर इसकी मांग तेजी से बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में भी उछाल आता है।
कमजोर वैश्विक संकेतों का असर दिखा भारत में
वैश्विक स्तर पर डॉलर की मजबूती, ब्याज दरों में बदलाव की संभावनाएं और केंद्रीय बैंकों की सख्त नीति के कारण निवेशकों का रुझान सोने से हट रहा है। इसका सीधा असर भारत में सोने की घरेलू कीमतों पर पड़ रहा है।
निवेशकों के लिए मौका या खतरा?
सोने की कीमतों में आई गिरावट को निवेशकों के लिए अवसर भी माना जा रहा है। जानकारों की मानें तो यह समय लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए उपयुक्त हो सकता है। लेकिन बाजार के उतार-चढ़ाव को देखते हुए सावधानी बरतना जरूरी है।
फिजिकल गोल्ड की बजाय डिजिटल विकल्पों की ओर रुझान
अब लोग सोने के डिजिटल विकल्प जैसे कि SGBs (सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड), गोल्ड ETFs और डिजिटल गोल्ड में निवेश करना पसंद कर रहे हैं। ये विकल्प न केवल सुरक्षित हैं. बल्कि स्टोरेज की चिंता भी नहीं रहती।