Agricultural Subsidy Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार अब किसानों को तकनीक के जरिए खेती को आसान और अधिक लाभदायक बनाने की दिशा में काम कर रही है। इसके तहत राज्य सरकार ने कृषि ड्रोन व आधुनिक यंत्रों पर सब्सिडी देने का ऐलान किया है, जिससे किसानों को “उत्पादन अधिक और लागत कम” के लक्ष्य में मदद मिल सकेगी।
कृषि को आधुनिक बनाने की दिशा में सरकार का कदम
उत्तर प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि खेती के मशीनीकरण और किसानों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से यह योजना चलाई जा रही है। इससे न केवल खेती की उत्पादकता में इजाफा होगा, बल्कि श्रम और लागत की बचत भी होगी। सरकार चाहती है कि किसान परंपरागत तरीके छोड़कर वैज्ञानिक और टेक्नोलॉजी आधारित खेती की ओर बढ़ें।
ड्रोन और मशीनरी खरीद पर मिलेगी सब्सिडी
इस योजना के अंतर्गत किसान कृषि ड्रोन, थ्रेशर, कंबाइन हार्वेस्टर, मेज सेलर, बैच ड्रायर, ऑयल एक्सट्रैक्शन यूनिट, पॉपिंग मशीन आदि यंत्रों पर सरकारी सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। इससे उन्हें ये महंगे उपकरण सस्ती कीमत में उपलब्ध हो सकेंगे।
12 जुलाई तक करें आवेदन
आवेदन की अंतिम तारीख 12 जुलाई 2025 तय की गई है। किसान www.agrimachineryup.gov.in या www.agridha rshan.up.gov.in पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण की प्रक्रिया 27 जून से शुरू हो चुकी है।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले पोर्टल www.agridarshan.up.gov.in पर जाएं।
- होम पेज पर ‘किसान कॉर्नर’ सेक्शन में जाएं।
- वहां ‘यंत्र बुकिंग प्रारंभ’ पर क्लिक करें।
- मांगी गई जानकारी भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
- ‘सबमिट’ बटन पर क्लिक कर आवेदन पूरा करें।
- आवेदन की स्थिति की जानकारी पोर्टल से ली जा सकती है।
किस योजना के तहत मिल रही है सहायता?
यह सब्सिडी कृषि विभाग द्वारा संचालित कई योजनाओं के तहत दी जा रही है, जैसे:
- सब मिशन ऑन एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन (SMAM)
- मैकेनाइजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्रॉप रेज्ड्यू
- हाईटेक हब फॉर कस्टम हायरिंग
- फॉर्म मशीनरी बैंक योजना
- कृषि ड्रोन प्रोत्साहन योजना
इन योजनाओं के जरिए सरकार किसानों को सस्ती दरों पर अत्याधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध करवा रही है।
किन यंत्रों पर मिल रही है सब्सिडी?
सरकार जिन प्रमुख यंत्रों पर सब्सिडी दे रही है, उनमें शामिल हैं:
- कृषि ड्रोन
- कंबाइन हार्वेस्टर विद सुपर एसएमएस
- न्यूमेटिक प्लांटर
- मेज सेलर व पॉपिंग मशीन
- बैच ड्रायर व थ्रेसिंग फ्लोर
- स्मॉल गोदाम
- ऑयल एक्सट्रैक्शन यूनिट / मिनी यूनिट्स
- शुगर केन पॉवर वीडर / सेटलिंग प्लांटर
- फॉर्म मशीनरी बैंक व कस्टम हायरिंग सेंटर से जुड़ी मशीनें
किन्हें मिलेगा लाभ?
- उत्तर प्रदेश के पंजीकृत किसान
- जिनके पास वैध खसरा नंबर और आधार नंबर हो
- किसानों को भूमि से संबंधित दस्तावेज, बैंक खाता विवरण, और मोबाइल नंबर देना होगा
- एक किसान अधिकतम एक बार सब्सिडी योजना का लाभ ले सकता है (प्रत्येक वित्तीय वर्ष में)
किसानों को कैसे मिलेगा लाभ?
यंत्रों की खरीद के बाद सब्सिडी की राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजी जाएगी। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल है।
इस योजना से क्या होंगे फायदे?
- किसानों की आय बढ़ेगी और जीवन स्तर सुधरेगा
- खेती में आधुनिक उपकरणों का उपयोग बढ़ेगा
- उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी
- श्रम और समय की बचत होगी
- कृषि लागत घटेगी और लाभ बढ़ेगा