Amitabh Voice Call Alert: पिछले कुछ महीनों से जब भी फोन बजता था. उससे पहले अमिताभ बच्चन की आवाज में एक साइबर क्राइम अलर्ट सुनाई देता था। जो लोगों को फर्जी कॉल्स और ओटीपी शेयरिंग के खतरों के बारे में आगाह करता था। सरकार की इस पहल का उद्देश्य तो जागरूकता फैलाना था। लेकिन समय के साथ यह लोगों के लिए झुंझलाहट का कारण बन गया।
सोशल मीडिया पर उठा विरोध का तूफान
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यूजर्स ने बार-बार इस कॉलर ट्यून को हटाने की मांग की। कई लोगों ने कहा कि इमरजेंसी में कॉल करने पर 40 सेकेंड लंबी ट्यून सुनना समय की बर्बादी है। फैंस ने अमिताभ बच्चन के सोशल मीडिया पोस्ट्स पर भी ट्यून को लेकर नाराजगी जाहिर की और उनसे इसे बंद करवाने की मांग की।
बिग बी ने दिया था व्यंग्यात्मक जवाब
अमिताभ बच्चन ने भी इस मुद्दे पर चुप्पी नहीं साधी। उन्होंने अपनी पोस्ट पर आए कमेंट्स का जवाब देते हुए लिखा – “मुझसे नहीं सरकार से कहो। सरकार ने कहा तो हमने किया।” यह साफ कर दिया गया कि यह ट्यून सरकारी आदेश पर रिकॉर्ड कराई गई थी और वह सिर्फ एक माध्यम थे।
आखिरकार सरकार ने लिया बड़ा फैसला
लगातार बढ़ती आलोचना और जमीनी स्तर पर असुविधा की शिकायतों के बाद सरकार ने इस कॉलर ट्यून को बंद करने का फैसला लिया है। केंद्रीय संचार मंत्रालय ने टेलीकॉम कंपनियों को आदेश जारी किया है कि इस साइबर क्राइम चेतावनी कॉलर ट्यून को हटाया जाए।
इंदौर के पूर्व विधायक ने उठाया था मुद्दा
इंदौर के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना जैसी इमरजेंसी में कॉल करते वक्त यह ट्यून बाधा बन रही थी। उन्होंने दो मामलों का जिक्र किया। जहां जान बचाने में देरी हो सकती थी। संचार मंत्री ने भी इस बात से सहमति जताई और कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
जागरूकता अभियान पूरा
सरकार की यह कॉलर ट्यून एक साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान का हिस्सा थी। लोगों को ओटीपी शेयरिंग, फर्जी कॉल्स और धोखाधड़ी से बचने की चेतावनी दी जा रही थी। अब जबकि अभियान ने व्यापक प्रभाव डाल लिया है, सरकार ने इसे समाप्त करने का निर्णय लिया है.