Toilet College: राजधानी पटना में जल्द ही देश का पहला टॉयलेट कॉलेज खुलने जा रहा है. यह कॉलेज सिंगापुर की तर्ज पर स्थापित किया जाएगा, जहां छात्रों को सफाई, स्वच्छता प्रबंधन और टॉयलेट संचालन से जुड़ी तकनीकी व व्यवहारिक ट्रेनिंग दी जाएगी. नगर विकास एवं आवास विभाग इस प्रस्ताव पर गंभीरता से काम कर रहा है.
मीठापुर में बनेगा टॉयलेट कॉलेज, जमीन की तलाश जारी
पटना के शैक्षणिक संस्थानों के केंद्र मीठापुर में इस टॉयलेट कॉलेज के लिए उपयुक्त जमीन की तलाश की जा रही है. यह संस्थान न केवल सफाईकर्मियों को प्रशिक्षित करेगा. बल्कि सार्वजनिक स्वच्छता सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभाएगा.
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में हुआ खुलासा
सोमवार को विकास भवन में हुई बैठक में टॉयलेट कॉलेज की योजना की जानकारी सामने आई. बैठक की अध्यक्षता नगर विकास एवं आवास मंत्री जिवेश कुमार ने की. इसमें पटना के साथ-साथ बिहारशरीफ, मुजफ्फरपुर और भागलपुर की स्मार्ट सिटी परियोजनाओं की समीक्षा की गई.
स्मार्ट सिटी परियोजनाओं को 31 जुलाई तक पूरा करने के निर्देश
बैठक में पाया गया कि अधिकांश स्मार्ट सिटी योजनाएं लगभग पूरी हो चुकी हैं. मंत्री ने बचे हुए कार्यों को 31 जुलाई 2025 तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए. साथ ही यह भी सुनिश्चित करने को कहा गया कि संवेदकों को समय पर भुगतान हो, ताकि काम में देरी न हो.
नमामि गंगे परियोजनाओं को समय पर पूरा करने का निर्देश
नमामि गंगे योजना के तहत चल रही परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई. मंत्री ने अधिकारियों को कहा कि यदि केंद्र सरकार की एजेंसियों के कारण कार्य में कोई अड़चन आ रही है, तो वे खुद उस स्तर पर बात करके समाधान निकालेंगे. एसटीपी परियोजनाएं भी 31 जुलाई तक पूरी करने के निर्देश दिए गए.
गंगा पथ के आसपास रेवेन्यू मॉडल लागू करने की योजना
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जेपी गंगा पथ के आसपास रेवेन्यू मॉडल लागू किया जाएगा, जिससे राजस्व की प्राप्ति हो सके. इसके तहत दुकानदारों से शुल्क लेने पर विचार किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि गंगा पथ पर प्री-फैब दुकानें दो महीने में तैयार हो जाएंगी.
मौर्या लोक का होगा सौंदर्यीकरण, डीलक्स शौचालय का भी निर्माण
मंत्री ने निर्देश दिया कि मौर्या लोक कॉम्प्लेक्स को पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत नया रूप दिया जाए. इसमें सौंदर्यीकरण के साथ-साथ आधुनिक डीलक्स शौचालयों का भी निर्माण कराया जाए ताकि आम जनता को बेहतर सुविधा मिल सके.
कौन-कौन रहे बैठक में मौजूद
बैठक में बुडको और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के प्रबंध निदेशक अनिमेष पराशर, नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव मनोज कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. सभी को काम में गति लाने और तय समयसीमा में पूरा करने पर बल दिया गया.
क्यों है यह योजना अहम?
यह टॉयलेट कॉलेज न केवल स्वच्छ भारत मिशन को मजबूती देगा, बल्कि स्वच्छता के क्षेत्र में प्रशिक्षित जनशक्ति भी तैयार करेगा. इससे ना केवल नगर निकायों को योग्य कर्मी मिलेंगे, बल्कि लोगों में साफ-सफाई को लेकर जागरूकता भी बढ़ेगी.