भगवान सूर्य की उपासना का पर्व कहा जाने वाला मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी को पड़ रहा है। मकर संक्रांति इसलिए महत्वपूर्ण दिन होती है क्योंकि इस दिन में सूर्य मकर राशि से होकर उत्तरायण हो जाते हैं। सूर्य के उत्तरायण होते ही देवी देवताओं की दिन शुरू हो जाते हैं और शुभ कामो में तेजी आ जाती है। इस दिन गंगा स्नान का काफी महत्व और खिचड़ी और तिल दान की परंपरा चली जा रही है। ज्योतिष में कहा गया की मकर संक्रांति के दिन किए गए काम पूजा पाठ और दान का जीवन पर बहुत असर पड़ता है और घर परिवार में सुख शांति और समृद्धि के साथ-साथ अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
चलिए जानते हैं की मकर संक्रांति पर कौन-कौन से शुभ काम करने की सलाह दी गई है।
मकर संक्रांति पर करें यह काम
घर में सुख शांति और समृद्धि का वास होगा मकर संक्रांति पर गंगा स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि इसी दिन गंगा धरती पर अवतरित हुई थी इसलिए मकर संक्रांति पर गंगा स्नान करते समय गंगाजल में काले तिल डालकर स्नान करने से पुण्य प्राप्त होता है।
मकर संक्रांति के दिन गाय को हरा चारा खिलाने की काफी महत्व बताया गया इससे सौभाग्य में वृद्धि होने की बात कही जाती है।
मकर संक्रांति के दिन गाय के घी में सफेद तिल मिलाकर मां लक्ष्मी का हवन करना चाहिए इसमें महालक्ष्मी हमेशा के लिए वास करती है
मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की तमिल रामायण में कहा गया है। मकर संक्रांति के दिन भगवान श्री राम ने पतंग उड़ाई थी।
मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ का सेवन करना चाहिए उन चीजों का भी दान करना चाहिए। मकर संक्रांति पर काले और सफेद तिल के साथ-साथ करना चाहिए ऐसा करने पर दरिद्रता का नाश होता और समृद्धि आती है।
मकर संक्रांति पर तिल से पितरों के निमित्त दान करना जिससे पितृ प्रसन्न होते हैं। मकर संक्रांति के दिन नए अनाज की पूजा के साथ-साथ मवेशी और खेती के उपकरणों की भी पूजा करनी चाहिए ऐसे में खेती में बढ़ावा मिलता है ।
इस दिन सूर्य के उपासना के साथ शनि देव की पूजा करना चाहिए। इस दिन पिता सूर्य और पुत्र शनि का मिलन होता है दोनों ही कष्ट हरते हैं और शुभ मंगल करते हैं।