Traffic Flyover Plan 2025 :जयपुर-आगरा हाइवे पर सफर हो जाएगा आसान, लोगों को मिलेगा जाम से छुटकारा

Saroj kanwar
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Traffic Flyover Plan 2025: सड़क सुरक्षा को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें लगातार प्रयासरत हैं. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर तीन फ्लाईओवर के निर्माण की योजना को मंजूरी मिल गई है. इससे हाईवे पर ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद है.

जयपुर-आगरा हाईवे पर सुरक्षा के लिए बनेगा नया इंफ्रास्ट्रक्चर


जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे पर तेजी से बढ़ते ट्रैफिक और बार-बार लगने वाले जाम को ध्यान में रखते हुए NHAI (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने तीन प्रमुख स्थानों पर फ्लाईओवर बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है. यह निर्णय राज्य और केंद्र दोनों सरकारों द्वारा सड़क सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे सख्त कदमों का हिस्सा है.

कट प्वाइंट्स से मिलेगा ट्रैफिक जाम से छुटकारा


जयपुर जिले से गुजरने वाले इस हाईवे पर कुछ ऐसे कट प्वाइंट्स हैं जो हमेशा ट्रैफिक जाम और हादसों का केंद्र बने रहते हैं. वाहन चालकों की असुविधा और आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इन स्थानों को विशेष रूप से चिन्हित किया गया है.

इन स्थानों पर बनाए जाएंगे फ्लाईओवर


फ्लाईओवर निर्माण के लिए जिन तीन स्थानों को चुना गया है, वे इस प्रकार हैं:
कनोता
बस्सी टी-पॉइंट
बांसखो गेट
ये सभी क्षेत्र जयपुर जिले के अंतर्गत आते हैं और सड़क सुरक्षा की दृष्टि से ब्लैक स्पॉट माने गए 88 चिन्हित स्थानों में शामिल हैं. प्रत्येक फ्लाईओवर पर लगभग ₹35 करोड़ की लागत आने का अनुमान है.


सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हुआ निर्णय


जयपुर जिला कलेक्ट्रेट में हाल ही में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यह प्रस्ताव रखा गया था. प्रशासनिक अधिकारियों और तकनीकी विशेषज्ञों ने इसकी गंभीरता से समीक्षा की और अब इसे औपचारिक मंजूरी दे दी गई है.
हनुमान मंदिर कट को किया जाएगा बंद
सिर्फ फ्लाईओवर निर्माण ही नहीं, बल्कि जयपुर रिंग रोड के पास 52 फीट हनुमान मंदिर के सामने स्थित कट को भी बंद करने पर सहमति बनी है. इसका उद्देश्य ट्रैफिक प्रवाह को नियंत्रित करना और दुर्घटनाओं की संभावनाओं को न्यूनतम करना है.

ब्लैक स्पॉट्स को सुधारने की दिशा में अहम कदम


सड़क सुरक्षा समिति द्वारा जिन 88 ब्लैक स्पॉट्स को चिन्हित किया गया है, उनमें से ये तीन स्थान सबसे अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में गिने जाते हैं. यहां ट्रैफिक की घनता और दुर्घटनाओं की दर अन्य क्षेत्रों से कहीं अधिक है. फ्लाईओवर बनने से इन इलाकों में दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आने की उम्मीद है.

लंबे समय से लंबित थी यह मांग


स्थानीय लोगों और ट्रांसपोर्ट संगठनों की ओर से इन कट प्वाइंट्स पर फ्लाईओवर बनाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी. यह मंजूरी उन सभी निवासियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है जो रोजाना इस मार्ग से गुजरते हैं.


आर्थिक और सामाजिक दोनों दृष्टियों से होगा लाभ


इन फ्लाईओवरों के निर्माण से ना सिर्फ यात्रियों का समय बचेगा बल्कि ईंधन की खपत भी कम होगी. इसके अलावा, दुर्घटनाओं में कमी आने से जनहानि और संपत्ति का नुकसान भी घटेगा, जो सामाजिक दृष्टि से एक सकारात्मक पहल है.

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