Power Grid Station :हरियाणा के इन गांवों में खत्म होगा बिजली संकट, जाने कब शुरू होगा 24 घंटे पावर सप्लाई का दौर

Saroj kanwar
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Power Grid Station: हरियाणा के ग्रामीण इलाकों में गर्मियों में बिजली कटौती आम बात बन चुकी है. तेज गर्मी और उमस के बीच जब घंटों तक बिजली नहीं आती, तो आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होता है. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आज भी बैकअप विकल्पों की कमी है, वहां के लोगों को इस समस्या से सबसे ज्यादा जूझना पड़ता है. लेकिन अब पलवल जिले के लोगों के लिए यह खबर राहत की सांस लाने वाली है.

पलवल जिले को मिलने वाली है निर्बाध बिजली आपूर्ति


हरियाणा सरकार और बिजली विभाग के सहयोग से पृथला 400 केवी पावर ग्रिड स्टेशन को अब हरफली के 220 केवी ग्रिड स्टेशन से जोड़ा जा रहा है. इस परियोजना के पूरा होते ही पलवल जिले के दर्जनों गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति संभव हो सकेगी. न सिर्फ घरेलू उपभोक्ता, बल्कि औद्योगिक इकाइयों को भी इससे काफी फायदा होगा.

साल के अंत तक पूरा होगा काम


इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की लागत लगभग 84 करोड़ रुपये आंकी गई है. इस कार्य का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा पूरा भी हो चुका है और इसे वर्ष 2025 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. पृथला पावर ग्रिड स्टेशन, जो कि बघौला गांव के पास 40 हजार वर्ग मीटर में फैला हुआ है, पहले से ही आसपास के क्षेत्र में बिजली आपूर्ति का केंद्र बना हुआ है. लेकिन अब इसे और अधिक सशक्त और निर्बाध सप्लाई देने वाला केंद्र बनाया जा रहा है.


उद्योगों को भी मिलेगी स्थिर बिजली


इस नई लाइन के जुड़ने से जहां ग्रामीणों को बिना कटौती वाली बिजली मिलेगी, वहीं स्थानीय उद्योगों को भी बड़ी राहत मिलेगी. उद्योगों के लिए बिजली सबसे अहम संसाधन होता है और लगातार कटौती से उत्पादन पर असर पड़ता है. इस सुधार के बाद पलवल के औद्योगिक विकास को भी नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है.


ग्रिड स्टेशन के विस्तार से भविष्य के लिए आधार तैयार


बिजली विभाग का यह प्रयास न सिर्फ वर्तमान की समस्या सुलझा रहा है. बल्कि आने वाले वर्षों में बढ़ती जनसंख्या और बिजली की बढ़ती मांग को भी ध्यान में रखकर किया जा रहा है. 220 केवी से 400 केवी तक की क्षमता जोड़ने की प्रक्रिया भविष्य में जिले को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में मदद करेगी.


परियोजना के सामाजिक और आर्थिक लाभ


इस परियोजना के पूरे होते ही न केवल ग्रामीण उपभोक्ताओं की परेशानियां कम होंगी. बल्कि इससे शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र को भी बहुत फायदा होगा. बिजली के लगातार मिलने से स्कूलों में पढ़ाई, अस्पतालों में सेवाएं और खेतों में पंपिंग व्यवस्था पहले से बेहतर हो जाएगी.


जनता में दिख रही है उम्मीद की किरण


ग्रामीणों और स्थानीय नागरिकों में इस परियोजना को लेकर उत्साह और उम्मीद का माहौल है. लोग कह रहे हैं कि वर्षों बाद अब उन्हें लग रहा है कि सरकार उनकी मूलभूत समस्याओं की ओर गंभीरता से ध्यान दे रही है. बिजली की समस्या ग्रामीण भारत की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक रही है और इसका समाधान होते देखना सकारात्मक संकेत है.

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