Personal Loan Rules : Loan लेने वाले की अचानक मृत्यु पर कौन देगा EMI? जाने बैंक कैसे करेगा बकाया लोन की वसूली

Saroj kanwar
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Personal Loan Rules: आज के समय में लोन लेना आम बात बन चुकी है. चाहे वह घर खरीदने के लिए हो, शिक्षा, स्वास्थ्य या अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए. लेकिन अक्सर लोग यह नहीं सोचते कि अगर लोन लेने वाले की अचानक मृत्यु हो जाए, तो क्या होगा? क्या उनके परिवार को वह लोन चुकाना पड़ेगा? इस सवाल का जवाब लोन के प्रकार और उसकी शर्तों पर निर्भर करता है.

क्रेडिट कार्ड लोन


क्रेडिट कार्ड से लिया गया लोन एक अनसिक्योर्ड लोन होता है. इसमें कोई संपत्ति गिरवी नहीं रखी जाती. अगर कार्डधारक की मृत्यु हो जाती है और बकाया राशि बची रहती है, तो बैंक उस रकम को राइट-ऑफ कर देता है. यानी, बकाया कर्ज को नुकसान मानकर बंद कर दिया जाता है. इस स्थिति में बैंक परिवार से पैसे की मांग नहीं कर सकता. जिससे उन्हें आर्थिक दबाव से राहत मिलती है.

पर्सनल लोन


पर्सनल लोन भी एक अनसिक्योर्ड लोन है और इसमें बैंक के पास कोई संपत्ति नहीं होती जिसे वह बेच सके. यदि लोनधारक की मृत्यु हो जाती है, तो बैंक आमतौर पर बकाया राशि वसूल नहीं कर पाता. हालांकि अगर गारंटर जोड़ा गया है, तो बैंक उससे वसूली कर सकता है. इसीलिए किसी का गारंटर बनने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए.


होम लोन


होम लोन एक सिक्योर्ड लोन होता है. जिसमें घर या फ्लैट को गिरवी रखा जाता है. यदि लोनधारक की मृत्यु हो जाती है और अगर कोई को-एप्लिकेंट (जैसे पत्नी, बेटा, बेटी) मौजूद है, तो लोन चुकाने की जिम्मेदारी उसकी होगी. अगर को-एप्लिकेंट नहीं है या भुगतान नहीं कर पाता, तो बैंक SARFAESI एक्ट के तहत संपत्ति की नीलामी कर सकता है.


लोन इंश्योरेंस


आजकल कई बैंक और वित्तीय संस्थाएं लोन के साथ लोन इंश्योरेंस भी देती हैं. यदि लोन लेते समय इंश्योरेंस लिया गया है और लोनधारक की मृत्यु हो जाती है, तो बीमा कंपनी उस लोन की पूरी राशि चुका देती है. इससे परिवार पर आर्थिक बोझ नहीं पड़ता और बैंक को भी नुकसान नहीं होता. लोन लेते समय यह जांचना जरूरी है कि क्या उसमें इंश्योरेंस शामिल है या नहीं.


किन बातों का ध्यान रखें लोन लेते समय?


लोन लेने से पहले केवल EMI और ब्याज दर ही नहीं, इन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है:


क्या लोन के साथ इंश्योरेंस है?क्या गारंटर जोड़ा गया है?

अगर हां, तो उसे सूचित करें.


को-एप्लिकेंट की जिम्मेदारी क्या होगी?


लोन सिक्योर्ड है या अनसिक्योर्ड?
इन सवालों के जवाब जानना न सिर्फ वित्तीय समझदारी है, बल्कि इससे आप अपने परिवार को भविष्य के संकटों से बचा सकते हैं.

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