किसान अगर पशुपालन करना चाहते है तो चलिए आपको राज्य सरकार एक नंबर की योजना के बारे में बताते हैं जिससे भारी आर्थिक मदद हो जाएगी। इस योजना के तहत आपके लिए सुनहरा मौका है। सरकार ने गाय पालन का प्रोत्शाहन देने के लिए 80 हजार रुपए तक का अनुदान प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह योजना विशेष रूप से यह योजना विशेष रूप से उन किसानों और पशुपालकों के लिए है जो अपने पशुपालन के काम को बढ़ावा देना चाहते हैं जो अपने पशुपालन के काम को बढ़ावा देना चाहते है। और साथ ही आर्थिक रूप से सशक्त बनना चाहते है।
गाय पालन प्रोत्शाहन योजना के बारे में
सरकार ने गाय पालन को प्रोत्साहन देने के लिए योजना शुरू की है जिससे किसान आसानी से पशुपालन में हाथ आजमा सके। गाय पालन करके अच्छी कमाई की जा सकती है। गाय से प्राप्त हो दूध ,गोमूत्र और गोबर खेती किसानी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है इससे किसानों की आमदनी के साथ-साथ खेती में भी सकारात्मक बदलाव आता है।
नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना की विशेषताएं
इस योजना का नाम है नंद बाबा दुग्ध मिशन योजना है। इसके अंतर्गत राज्य सरकार ने स्वदेशी नस्ल की गायों को बढ़ावा देने के लिए 40% यानी की 80 हजार तक का अनुदान प्रदान करने का प्रावधान किया है इससे किसानों को 60% का अपना योगदान देना होगा। योजना विशेष रूप से उनके यहां पर केंद्रित है जो उच्च दूध उत्पादन करती है जिससे किसान ने केवल अपने परिवार कापालन पोषण कर सके बल्कि अतिरिक्त विक्री से अच्छी कमाई कर सके।
आवेदन जमा करने की प्रक्रिया
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया करने का आखिरी मौका 24 फरवरी तक है। इच्छुक किसान या पशुपालक मुख्य विकास अधिकारी ,सीडीओ कार्यालय ,दुग्ध विकास अधिकारी कार्यालय मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सीईओ के कार्यालय में जाकर अपना आवेदन जमा कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया सरल और पारदर्शी है जिससे हर कोई आसानी से इसका लाभ उठा सकता है। आवेदन जमा करते समय सभी आवश्यक दस्तावेज साथ लेकर चलना ना भूले ।
सरकारी सहायता से किसानों का भविष्य
इस योजना के माध्यम से सरकार किसानों को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है बल्कि उन्हें स्वदेशी नस्ल की गायों के संरक्षण में विकास के लिए प्रेरित भी कर रही है। गाय पालन करके अच्छी कमाई की जा सकती है इस योजना से केवल दूध उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि किसानों कीआय में स्थायित्व आएगा।। साथ ही गाय के गोमूत्र उपयोग से कृषि कार्य में सुधार देखने को मिलेगा इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार होगा किसानआत्मनिर्भर बनेंगे।