भारत में रसोई गैस की कीमत हमेशा चर्चा का विषय रही है खासकर गरीब परिवारों के लिए। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सरकार ने हाल ही में महत्वपूर्ण घोषणा की है जिसमें बताया गया है कि लाभार्थियों 603 ₹ के सिलेंडर मिलेगा यह निर्णय गरीब परिवारों को राहत प्रदान करने और स्वच्छ ईंधन उपलब्ध कराने के की उद्देश्य लिया गया है। इस योजना के तहत सरकार हर सिलेंडर पर ₹300 की सब्सिडी दे रही है जिससे कीमत अन्य देशों की तुलना में काफी कम हो जाती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन परिवारों की मदद करना है जो आर्थिक रूप से कमजोर होने पर ईंधन जैसे लकड़ी , गोबर के उपले का उपयोग करना पड़ता है । उज्ज्वला योजना की शुरुआत 2016 में हुई थी और तब से लेकर अब तक इससे लाभ को प्रभाव को एलपीजी कनेक्शन प्रदान किया इस लेख में हम उज्ज्वला योजना के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके लाभ, सब्सिडी की प्रक्रिया और इससे जुड़े अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।
उज्ज्वला योजना का उद्देश्य
स्वास्थ्य सुरक्षा -पारम्परिक ईंधन जैसे लकड़ी और गोबर उपयोग करने से स्वास्थ्य संबंधित समस्या उत्पन्न होती है। रसोई गैस का प्रयोग करने से दुनिया से होने वाले स्वास्थ्य खतरों को कम किया जा सकता है।
समय की बचत -रसोई गैस का उपयोग करने से खाना पकाने में लगने वाला समय कम होता है जिससे महिलाओं को अन्य कार्यों के लिए अधिक समय मिल जाता है।
आर्थिक लाभ -उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले कनेक्शन से परिवारों को ईंधन पर खर्च होने वाली राशि में कमी आएगी।
सब्सिडी की प्रक्रिया
कैसे प्राप्तकरे – लाभार्थियों को पहले अपने एलपीजी कनेक्शन के लिए आवेदन करना होगा। आवेदन स्वीकृत होने पर उन्हें सब्सिडी प्राप्त होगी। सिलेंडर की कीमत -दिल्ली में एक सिलेंडर की कीमत 1803 होगी जबकि गैर PMUY उपभोक्ताओं के लिए यह ₹903 है।
उज्ज्वला योजना का विस्तार
हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 से 2025-26 तक तीन वर्षो 75 लाख नए एलपीजी कनेक्शन जारी करने के लिए उज्ज्वला योजना का विस्तार करने का निर्णय लिया। इससे कुल लाभार्थियों की संख्या बढ़कर 10 पॉइंट ३५ करोड़ हो जाएगी।