केंद्र सरकार और राज्य सरकार के लाखों कर्मचारी लंबे समय से पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग कर रहे थे और इस संदर्भ में बड़ी खबर आयी है। 15 अप्रैल से पुरानी पेंशन योजना लागू होने जा रही है जिससे लाखों सरकारी कर्मचारियों को सीधा लाभ मिलने वाला हैं यह कदम कर्मचारियों के लिए राहत का कारण बन सकता है। खासकर उन कर्मचारियों के लिए जो नये पेंशन स्कीम के तहत पेंशन के बारे में चिंतित थे।
इस लेख में हम आपको पुरानी पेंशन योजना से जुड़ी पूरी जानकारी देंगे , और इसके लाभ, नई प्रक्रिया और 15 अप्रैल से लागू होने वाले नियमों के बारे में बताएंगे। और इसके लाभ ,नई प्रक्रिया और 15 अप्रैल से लागू होने वाले नियमों के बारे में बताएंगे।
ओल्ड पेंशन स्कीम के इतिहास
पुरानी पेंशन योजना जिसे OPS के नाम से भी जानते हैं। 2024 तक देश भर के सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू थी। इस योजना के तहत कर्मचारियों को उनकी सेवा अवधि के आधार पर पेंशन मिलती थी। इस इसे “Defined Benefit Scheme” कहा जाता था, जिसका मतलब है कि पूर्व कर्मचारियों को पूर्व निर्धारित पेंशन राशि मिलती थी जो उनकी अंतिम वेतन का एक हिस्सा होती थी। लेकिन 2004 के बाद नई पेंशन योजना लागू की गई थी जिसके तहत कर्मचारियों को बाजार आधारित पेंशन मिलती है इसका लाभ कम था।
पुरानी पेंशन योजना के महत्व
कर्मचारियों की वेतन के आधार पर जीवन भर पेंशन मिलती थी। इस योजना का सबसे इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें कोई असमानता नहीं थी और कर्मचारियों को पहले से सुनिश्चित पेंशन मिलती थी। 15 अप्रैल 2025 से पुरानी पेंशन योजना के तहत नए नियमों को लागू किया जाएगा। इसमें कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
नए नियमो की मुख्य विशेषता
कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना की वापसी
सभी राज्य सरकारों और केंद्र सरकार कर्मचारी योजना का लाभ उठासकेंगे।
संचय निधि का समायोजन
नई पेंशन योजना की राशि को पुरानी पेंशन योजना में समायोजित किया जाएगा।
पेंशन के प्रतिशत में वृद्धि
कर्मचारियों को अब अधिक पेंशन मिलने की संभावना है, जिससे उनकी भविष्यवाणी सुरक्षित होगी।
सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय
कर्मचारियों को मानसिक शांति प्रदान करने के लिए पेंशन वितरण में पारदर्शिता और सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा।