tenant rights :किरायेदारों को सरकार ने दिए है ये अधिकार ,नहीं कर सकता है कोई मकान मालिक अपनी मर्जी

Saroj kanwar
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किराए के मकान में रह रहे हैं तो आपको किराएदार होने के कुछ अधिकार भी प्राप्त हैं। आपको अपने अधिकारों का जरूर पता होना चाहिए। किराएदार (tenant rights) के प्रमुख अधिकारों के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे। आइये जानते है किरायेदार को कौन कौन से अधिकार प्राप्त है।

क्या है किराया नियंत्रण अधिनियम

देश की आजादी के बाद साल 1948 में केंद्रीय नियंत्रण अधिनियम आया था। इस अधिनियम का मकसद था कि जमींदार कहे या प्रॉपर्टी मलिक में किराएदार के अधिकारों को संरक्षित करें। कोई एक दूसरे का शोषण न कर सके। इस अधिनियम प्रॉपर्टी किराए पर देने के नियम बताए गए हैं। यह राज्य अनुसार अलग-अलग हो सकता है। हर राज्य का अपना कानून हो सकता है। इसी के तहत एग्रीमेंट किसी कार्य किए जाते हैं। यह एक मकान मालिक और एक किराएदार में एक लिखित समझौता होता है।

मकान खाली करने को लेकर नियम

अगर आप कहीं किराए पर प्रॉपर रेंट एग्रीमेंट बनवाकर रह रहे हैं तो मकान मालिक का आपके बिना वजह जाना कर खाली करने को नहीं बोल सकता। मकान मालिकों की किराएदार को निकालने के लिए एक नोटिस देना होगा यह 15 दिन का या रेंट एग्रीमेंट के अनुसार तय समय सीमा का हो सकता है।

प्रॉपर्टी खाली कब करवा सकते हैं मकान मालिक

अगर एकदम घर खाली करवा रहे हैं तो इसके पीछे कुछ मजबूत तर्क होना चाहिए। जैसे की किरायेदार ने पिछले दो महीना से किराया नहीं दिया है। प्रॉपर्टी में कमर्शियल काम शुरू कर दिया है या फिर वह गैरकानूनी काम आपकी संपत्ति में किया है। अलावा संपत्ति को नुकसान पहुंचने पर भी मैं आपको निकाल सकते हैं।

अगर आप किसी ने मकान में रह रहे हैं तो मकान में साफ पानी ,बिजली कनेक्शन ,पार्किंग जैसे मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना मकान मालिक की जिम्मेदारी होती है। मकान की किराए पर लेने से पहले इनको जरूर चेक कर ले और पर अपने मकान मालिक इनकी मांग रखे।

किराया बढ़ाने को लेकर प्रावधान

मकान मालिक किराएदार का ऐसे ही कभी भी नहीं बढ़ा सकता है। यह रेंट डिग्री में के अनुसार चलता है। मकान मालिक को किराएदार से किराया वसूलने के लिए 3 महीने का नोटिस देना पड़ सकता है। बाजार में संपत्ति के दाम बढ़ रहे हैं उसको लेकर मकान मालिक को किराएदार से बात करनी होगी।

किराएदार की फैमिली को भी अधिकार

अगर किसी मकान में किसी किराएदार की अचानक मौत हो जाती है तो फैमिली को वहां से मकान मालिक नहीं निकल सकता। अगर रेंट एग्रीमेंट किराएदार के नाम पर था तो नया रेंट एग्रीमेंट बन सकता है। बची हुई अवधि का ये रेंट एग्रीमेंट हो सकता है।

मकान की सिक्योरिटी राशि को लेकर है यह नियम

अक्सर मकान मालिक किराये जितना ही एडवांस किराएदार से सिक्योरिटी के तौर पर ले लेते हैं। इस मकान का मालिक देखता है कि घर में भविष्य में कोई नुकसान किराएदार द्वारा होता है तो उसे रुपए से उसकी उसको ठीक करें। अगर किराएदार मकान मालिक मकान खाली कर रहा है तो मकान मालिक को सिक्योरिटी वापसदेनी होगी।

कमरे में घुसकर नहीं कर सकता परेशान

मकान में आप रह रहे हैं तो आपको अपनी निजता (privacy right tenant) और एकांत का अधिकार मिलता है। बार बार मकान मालिक आपके कमरे में घुसकर या तांक झांक कर आपको परेशान नहीं कर सकता है। किराएदार को परेशान नहीं किया जा सकता है।

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