छत्तीसगढ़ राज्य के मनेंद्रगढ़, चिरमिरी और भरतपुर जिलों में कड़ाके की ठंड का असर अब बच्चों की दिनचर्या पर साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। खास कर पहाड़ी इलाकों में ठंड का असर भेजने के साथ ही शिक्षा विभाग के बच्चों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को समय में बदलाव करने का निर्णय लिया। यह बदलाव 27 नवंबर 2023 से प्रभावित हो गया है और यह 31 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा।
नए समयानुसार, इन जिलों में बच्चों को ठंड से बचाने और उन्हें स्कूल जाने में होने वाली समस्याओं से राहत देने का प्रयास किया गया है।
नए स्कूल समय का विवरण
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलों में जिन स्कूलों में दो पालियों में कक्षाएं संचालित होती हैं उनका नया समय सुबह 9:00 से दोपहर 12:30 बजे तक दोपहर 12:45 बजे से शाम 4:15 बजे तक रहेगा। वही एक पाली में संचालित स्कूलों के लिए नए समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक आयोजित की जाएगी। यह समय परिवर्तन विशेष रूप से बच्चों की भलाई को ध्यान में रखते हुए किया गया है ताकि उन्हें ठंड से बचाया जा सके। और उनका स्वास्थ्य प्रभावित न हो।
स्कूलों में सामान का मुख्य उद्देश्य उत्थान होने से होने वाली हमको काम करना है विशेष रूप से छोटे बच्चों को सुबह के समय ठंड का सामना करना पड़ता है जिससे उनकी सेहत बनाकर प्रभाव पड़ सकता है इस परिवर्तन से बच्चों को गर्मी में स्कूल जाने का अवसर मिलेगा जिससे भी सुरक्षित रहेंगे
डीईओ अजय मिश्रा का बयान
जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) अजय मिश्रा ने इस निर्णय की पुष्टि करते हुए बताया कि यह आदेश 27 नवंबर 2023 से लागू हुआ है और 31 जनवरी 2025 तक प्रभावी रहेगा। डीईओ ने इस बदलाव की जानकारी सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) और स्कूल प्राचार्यों को भेज दी है और इसके पालन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी है। उन्होंने कहा कि यह कदम विशेष रूप से बच्चों को ठंड से बचाने और उनकी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उठाया गया है।
स्कूल समय में बदलाव का उद्देश्य
स्कूलों के समय में बदलाव का मुख्य उद्देश्य ठंड से होने वाली असुविधाओं को कम करना है। विशेष रूप से छोटे बच्चों को सुबह के समय में ठंड का सामना करना पड़ता है, जिससे उनकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस परिवर्तन से बच्चों को गर्मी में स्कूल जाने का अवसर मिलेगा, जिससे वे स्वस्थ और सुरक्षित रहेंगे।