PPF स्कीम में एक्सटेंशन क्या होता हैं? और इसके नियम क्या हैं? देखें यहाँ

Saroj kanwar
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वैसे तो आजकल निवेश के के लिए कई साधन उपलब्ध है लेकिन पब्लिक प्रोविडेंट फंड को एक बेहतरीन योजना माना जाता है। यह योजना सरकारी गारंटी के साथ आती है और लंबी समय में अच्छा खासा फंड जोड़ सकती है साथ ही तीन तरह की टेस्क बचाती है । पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश ,उस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि तीनों राशि पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है । प्रोविडेंट फंड में मिनिमम ₹500 से लेकर 150000 रुपए तक का सालाना निवेश किया जा सकता है। मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1% के हिसाब से ब्याज मिल रहा है ये पब्लिक प्रोविडेंट फंड योजना 15 साल में मेच्योर होती है लेकिन इसे 15 साल के बाद 5 साल तक का एक्सटेंशन दिया जा सकता है। चलिए जानते हैं पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम के बारे में पूरी जानकारी।

पीएफ एक्सटेंशन के फायदे

अगर आप चाहते हैं की मैच्योरिटी के बाद पब्लिक प्रोविडेंट फंड का लाभ मिलता रहे तो आपसे 5-5 साल के ब्लॉक में एक्सटेंड कर सकते हैं। एक्सटेंशन करने की दो विकल्प होते हैं ।

कॉन्स्टिट्यूशन के साथ एक्सटेंशन -इसमें आप अपने खाते में नियमित रूप से निवेश करते रहते हैं और ब्याज का लाभ उठाते रहते हैं।

बिना निवेश की एक्सटेंशन -इसमें आप खाते में नहीं रकम नहीं जोड़ते लेकिन मौजूदा राशि पर ब्याज मिलता रहता है।

PPF एक्सटेंशन की क्या प्रक्रिया है?
एप्लिकेशन फॉर्म – एक्सटेंशन के लिए आपको बैंक या पोस्ट ऑफिस में एप्लिकेशन फॉर्म जमा करना होगा ! यह फॉर्म मैच्योरिटी की तारीख से 1 साल के भीतर जमा करना अनिवार्य है।

ब्याज और टैक्स छूट – एक्सटेंशन के बाद भी आपके पब्लिक प्रोविडेंट फंड खाते पर ब्याज और टैक्स छूट मिलती रहती है।

निकासी की सुविधा – बिना कॉन्ट्रीब्यूशन वाले एक्सटेंशन में आप कभी भी और कितना भी पैसा निकाल सकते हैं।

5-5 साल के ब्लॉक में एक्सटेंशन

अगर आप कंट्रीब्यूशन के साथ एक्सटेंशन करवाना चाहते हैं तो इस स्थिति में खाता पांच साल के ब्लॉक में एक्स्टेंड किया जाता है आप अपनी जरूरत के हिसाब से कितनी भी बार एक्सटेंशन करवा सकते हैं। इसके लिए आपको निम्नलिखित नियमों का पालन करना होगा।

फॉर्म जमा करने की समय सीमा -फॉर्म मैच्योरिटी की तारीख से 1 साल के भीतर जमा करना होता है ।
मिनिमम निवेश -हर साल कम से कम ₹500 का निवेश करना अनिवार्य है। यदि ऐसा नहीं करते हैं तो खाता बंद हो जाएगा और दोबारा शुरू करने के लिए पेनल्टी देनी होगी।

PPF Extension के लिए इन बातों का रखें ध्यान

पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक्सटेंशन के लिए समय पर फॉर्म जमा करना न भूलें ताकि आप कॉन्स्टिट्यूशन के साथ एक्सटेंशन का लाभ उठा सके साथ ही खाते को एक्टिव रखने के लिए हर साल कम से कम ₹500 जमा करना ना भूले पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर मिलने वाला इंटरेस्ट रेट समय -समय बदलता रहता है इसलिए ब्याज दरों पर नजर रखें। पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक बेहतरीन निवेश विकल्प है। जो न सिर्फ आपकी बचत को सुरक्षित रखता है। बल्कि आपको अच्छा-खासा रिटर्न भी देता है ! इसके एक्सटेंशन के विकल्प से आप लंबे समय तक इसका फायदा उठा सकते हैं।

एक्सटेंशन से जुड़े कुछ खास नियम

नागरिकता – केवल भारत में रहने वाले नागरिक ही पब्लिक प्रोविडेंट फंड खाते का एक्सटेंशन करा सकते हैं। यदि किसी भारतीय नागरिक ने दूसरे देश की नागरिकता ली है। तो उसे पीपीएफ खाता खोलने या एक्सटेंशन की अनुमति नहीं मिलेगी।

फॉर्म जमा करने की समय सीमा – एक्सटेंशन के लिए फॉर्म मैच्योरिटी की तारीख से 1 साल के भीतर जमा करना अनिवार्य है।

मिनिमम निवेश – हर साल कम से कम 500 रुपए जमा करना होगा, अन्यथा पेनाल्टी देनी होग।

निकासी की सीमा – एक्सटेंशन के बाद खाते से साल में सिर्फ एक बार पैसे निकाल सकते हैं ! जो कि मैच्योरिटी राशि का 60% तक हो सकता है।

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