अगर आप नौकरी पेशा है तो आपके लिए खुशखबरी निकल कर सामने आ रही है। क्योंकि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पल भर में करोड़ों लोगों की समस्या का समाधान कर दिया। आपको बता दें की अभी तक बेसिक सैलरी का 12 फीसदी अंशदान कर्मचारी भविष्य निधि संगठन में जाता है साथ ही इतना ही पैसा कम्पनी भी कर्मचारियों के खाते में जमा करती है।
यहां जानते इस बारे में विस्तार से जानकारी
लेकिन अब कर्मचारी भविष्य निधि संगठन इस लिमिट को खत्म करने पर विचार कर रहा है। बताया जा रहा है कि नए साल से पहले ही लिमिट खत्म हो जाएगी। इसके बाद कर्मचारियों को रिटायरमेंट पर मिलने वाली रकम में इजाफा होगा। कहा जा रहे हैं कर्मचारी अपनी मर्जी से पीएफ में जमा होने वाले लिमिट को बढ़ा सकते हैं। यहां जानते इस बारे में विस्तार से जानकारी।
आपको बता दे की नई सुविधा शुरू होने के बाद कर्मचारियों को काफी लाभ मिलेगा। वर्तमान में नियुक्त और कर्मचारी दोनों को बेसिक सैलरी का 12-12 फीसदी अंशदान करना होता है ।कर्मचारी भविष्य निधि संगठन अब इस व्यवस्था में 12 फीसदी की लिमिट को खत्म करने पर विचार कर रहा है। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई घोषणा नहीं की गई है ! अधिकारिक सूत्रों का दावा है कि जल्द ही अंशदान लिमिट को खत्म करने की घोषणा हो सकती है ।
करोड़ों कर्मचारियों को मिलेगा लाभ
आपको बता दें कि नई व्यवस्था से नियोक्ता पर कोई असर नहीं होगा। बल्कि देश के करीब 6.7 करोड़ कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। सरकार का मकसद है कि निवेश के विकल्प में कर्मचारी अपनी कमाई का ज्यादा से ज्यादा हिस्सा लगा सकें। ताकि रिटायरमेंट के बाद उन्हें जीवन यापन के लिए ज्यादा रकम मिले।
आपको बता दें कि अभी नियोक्ता की ओर से किए जाने वाले 12 फीसदी अंशदान में से 8.33 फीसदी रकम कर्मचारी के पेंशन स्कीम खाते में जाती है। जबकि 3.67 फीसदी रकम हर महीने उसके पीएफ खाते में जमा होती है ! इसकी अधिकतम सीमा 15 हजार रुपये है।