अभी के समय में भारत में नवीनीकरण ऊर्जा क्षेत्र काफी तेजी से विकसित हो रहा है। ऐसे में क्षेत्र में काफी बड़ी-बड़ी कंपनियां अभी के समय में काम करते हुए दिख रही है। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने इस क्षेत्र में काफी ज्यादा उल्लेखनीय प्रकट की हुई है।इसके साथ ही काफी सारे लोगों के मन में सवाल भी चल रहे है ग्रीन एनर्जी वाले स्टॉक में निवेश करना चाहिए या फिर नहीं करना चाहिए और क्या कंपनी आने वाले भविष्य में रिटर्न दे सकते है। निवेशको को इस कंपनी से क्या उम्मीद हो सकती है इसके बारे में सब कुछ डिटेल से जानकारी देते हैं।
सरकारी कंपनियां नवीनीकरण ऊर्जा क्षेत्र में कदम रख चुकी हैं
अभी के समय भारत में सरकारी कंपनियां नवीनीकरण ऊर्जा क्षेत्र में कदम रख चुकी हैं जिसमें ओएनजीसी, एनटीपीसी और कोल इंडिया शामिल है। इसके साथ ही ओएनजीसी अभी के समय में सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों में निवेश बढ़ाने की घोषणा की हुई है और वहीं एनटीपीसी नवीनीकरण ऊर्जा क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए अपनी सब्सिडी एनटीपीसी क्रीम एनर्जी के तहत 2032 तक 62000 मेगावाट सौर और पवन ऊर्जा स्थापित करने का लक्ष्य बनाया हुआ है। इसके साथ ही कॉल इंडिया अपनी रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र को विस्तार कर रही है इसकी घोषणा भी कर चुकी है। कंपनी ने 2028 तक 5000 मेगावाट सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य बनाया है।
ग्रीन एनर्जी लक्ष्यों की चुनौती
भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण और बहुत ज्यादा जरूरी कदम रहने वाला है ,क्योंकि वर्तमान में यह निर्णय क्षेत्र में भारत के पास जो क्षमता है वैसे 2030 के निर्धारित लक्ष्य से काफी पीछे देखने को मिल रही है। पिछले 10 वर्षों में भारत की नवीनीकरण नियम ऊर्जा उत्पादन क्षमता में 396 परसेंट की वृद्धि देखने को मिली है और सितंबर 2024 तक यह 2 पॉइंट 10 लाख मेगावाट से अधिक हो जाएगी जिससे सौर ऊर्जा की क्षमता91000 मेगा वाट तक जाने वाली पहुंचेगी। भारत को अगले 6 वर्ष में 2 पॉइंट 90 लाख मेगावाट क्षमता जोड़ने की आवश्यकता पड़ेगी यानी की सालाना आधार पर 50000 मेगावाट की वृद्धि जरूरीरहेगी।
ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में करियर के अनुसार
ग्रीन एनर्जी की बढ़ाते हुए क्षेत्र में युवाओं को अभी के समय में नौकरी के नए-नए अवसर देखने को मिल रहे हैं और कई नए अवसर उत्पन्न भी हो रहे हैं खास करके उन छात्रों के लिए जो इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने जाते हैं या फिर इस क्षेत्र में कलर बनाने के लिए कोर्स कर रहे हैं इन कंपनियों के बढ़ते निवेश से केवल ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ोतरी मिलेगी और साथ ही रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे।