टाटा पावर के सोलर सिस्टम अब मिल सकते हैं किफायती कीमतों पर, जानिए पूरी डिटेल व प्रक्रिया

Saroj kanwar
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बिजली की बढ़ती कीमतों और लगातार बिजली कटौती के बीच कई लोग बिजली उत्पादन के लिए पर लागत और प्रभावी का अनुकूल विकल्प के रूप में सौर ऊर्जा की ओर रुख कर रहे हैं। टाटा सोलर पैनल घर या अन्य प्रतिष्ठानों में एक विश्वसनीय सोलर सिस्टम स्थापित करने के लिए कुशल और टिकाऊ समाधान प्रदान करते हैं। टाटा पावर सोलर भारत में सोलर बनाने वाले सिर्फ ब्रांडों में से एक है। इन पैनलों को आवासीय और वाणिज्य की दोनों की जरूरत को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया है जो उपयोग कर्ताओ ले के लिए लंबे समय तक लाभ प्रदान करते हैं।

भारतीय घरो और व्यवसाय के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बन गए हैं

टाटा सोलर पैनल दो मुख्य प्रकारों में उपलब्ध है – पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल और मोनोक्रिस्टलाइन पैनल। ग्राहक अपनी बिजली की जरूरत को और बजट के आधार पर पैनल चुन सकते हैं। इन पैनलों को खरीदना स्थापित करना आसान है जिससे भारतीय घरो और व्यवसाय के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बन गए हैं।

भारत सरकार विशिष्ट योजनाओं के तहत सोलर पैनल इंस्टॉलेशन और सब्सिडी प्रदान करती है। केवल ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम पर लागू होती है। एक ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में सोलर पैनल को पावर ग्रिड से जोड़ता है जिससे दोनों के बीच बिजली का ट्रांसफर हो सकता है। एक नेट मीटर ट्रांसफर की गई बिजली को मापता है जिससे उपयोग के आधार पर उपयोगकर्ता का बिजली बिल कम हो जाता है।


ऑफ क्रेडिट सिस्टम के विपरीत ऑन ग्रिड सिस्टम को बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है।

सोलर सिस्टम के घटक


सोलर पैनल सिस्टम का प्राथमिक घटक हैं जो सूर्य के प्रकाश को डायरेक्ट करंट (डीसी) बिजली में परिवर्तित करते हैं। पैनलों द्वारा उत्पन्न डीसी बिजली का उपयोग सीधे घरेलू उपकरणों के लिए नहीं किया जा सकता है। सोलर इन्वर्टर डीसी बिजली को अल्टरनेटिंग करंट में परिवर्तित करता है जिसका उपयोग अधिकांश विद्युत उपकरणों को बिजली देने के लिए किया जाता है। पैनलों से असमान बिजली उत्पादन को नियंत्रित करने के लिए एक सोलर चार्ज नियंत्रक शामिल है।

बैटरी बैकअप उपयोग के लिए डीसी बिजली को स्टोर करती हैं खासकर उन क्षेत्रों में जहां अक्सर बिजली की कटौती होती है। इसके अलावा एक सोलर सिस्टम में पैनल स्टैंड, ACDB/DCDB, और अन्य सहायक उपकरण का उपयोग सिस्टम की स्थायित्व और प्रदर्शन के लिए किया जाता है।

सोलर सिस्टम लगाने के लाभ

सोलर पैनल सूरज की रोशनी से बिजली उत्पादन करते हैं जिसे पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता खत्म हो जाती है। टाटा सोलर पैनल 25 साल की वारंटी के साथ आते हैं जो लंबे समय तकविश्वसनीयता और लागत बचत प्रदान करता है। एक और सिस्टम से आप सोलर एनर्जी का उपयोग करके आप अपनी बिजली बिलों को काफी कम करने या यहां तक की खत्म करने में मदद करते हैं। सोलर सिस्टम के सभी घटक पर्यावरण के अनुकूल है जो स्थाई ऊर्जा उपयोग का समर्थन करते हैं।


टाटा सोलर पैनल की कीमत


एक 1 किलोवाट टाटा सोलर सिस्टम लगभग ₹50,000 से लेकर ₹70,000 रुपए तक जा सकती है जिसमें केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाती है। सरकार सोलर लगवाने पर 30% और ₹20,000 रुपए तक की सब्सिडी देती है। टाटा सोलर पैनल अपनी मजबूती और टिकाऊपन के लिए जाने जाते हैं जिससे वे अन्य ब्रांडों से अलग हो जाते हैं। इन सोलर पैनलों की कीमत के बारे में पूरी जानकारी आपको कंपनी की ऑफिसियल वेबसाइट से मिल जाएगी व आप इन्हे वहां से आर्डर भी कर सकते हैं। टाटा के सोलर पैनल काफी बढ़िया व किफायती कीमत के माने जाते हैं जो आपको सैलून साल बढ़िया बिजली देंगे।

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