आज के समय में आधार साइडिंग करवाने का अनिवार्य प्रक्रिया बन चुकी है। खास कर उन लोगों के लिए जो सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं पर सरकार ने सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आधार को बैंक खाते से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है। आज हम आपको बताएंगे आधार सीडिंग से जुड़ी सारी जानकारी।
आधार सीडिंग का मतलब आप अपने बैंक खाते को अपने आधार कार्ड से जोड़े इससे बैंक और सरकार को आपकी पहचानपक्की करने में आसानी होती है। जब सरकार किसी योजना का पैसा भेजते हैं तो बैंक आधार से जुड़ी जानकारी देकर सही व्यक्ति से खाते में पैसा डालता है इससे यह सुविधा सुनिश्चित किया जाता है कि यह योजना का लाभ केवल सही व्यक्ति को ही मिले। आधारसीडिंग की जरूरत डीबीटी यानी प्रत्यक्ष लाभ स्थानांतरण योजना के तहत आती है। इस योजना में सरकार सीधे आपके बैंक खाते में पैसा भेजते हैं इससे पहले कई बार ऐसा होता था कि पैसा सही व्यक्ति तक नहीं पहुंचता था यह बीच में कहीं गड़बड़ हो जाती थी। लेकिन आधार सीडिंग से इस समस्या का समाधान हो गया है।
अब सरकार सीधे आपके बैंक खाते में पैसे भेजते और बैंक आधार डाटा देखकर यह सुनिश्चित करता है कि सही व्यक्ति को ही पैसा मिले। इस धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाती है।
आधारसीडिंग के लिए जरूरी दस्तावेज
बैंक खाता ,पासबुक ,आधार कार्ड की प्रति , पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो , मोबाइल नंबर और आधार सीडिंग फॉर्म।
आधार सीडिंग कैसे करवाएँ?
आधार सीडिंग करवाने के लिए आप दो तरीके अपना सकते हैं – ऑफलाइन और ऑनलाइन।
- ऑफलाइन आधार सीडिंग प्रक्रिया
सबसे पहले, अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाएँ।
बैंक शाखा से आधार सीडिंग फॉर्म प्राप्त करें।
फॉर्म में अपनी जानकारी दर्ज करें और हस्ताक्षर करें।
अपने आधार कार्ड की एक प्रति और पासपोर्ट साइज फोटो फॉर्म के साथ संलग्न करें।
इसके बाद, यह फॉर्म बैंक अधिकारी के पास जमा कर दें।
बैंक आपके दस्तावेज़ों की जांच करेगा और आपके खाते से आधार लिंक कर देगा।- ऑनलाइन आधार सीडिंग प्रक्रिया
अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएँ।
आधार KYC विकल्प में जाकर Aadhaar Seeding Online का चयन करें।
अपनी आधार संख्या दर्ज करें और ऑनलाइन KYC प्रक्रिया को पूरा करें।
इसके बाद, आधार सीडिंग इनेबल करने के लिए अनुरोध करें।
बैंक द्वारा आपके बैंक खाते पर आधार सीडिंग इनेबल कर दी जाएगी।