वर्तमान समय कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन विभागों में मिलने वाले न्यूनतम पैसे ₹1000 है । लेकिन पेंशन भोगियो ने इसे 500 रूपये करने की मांग को लेकर जंतर मंतर पर भूख हड़ताल की है। भारत में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के अंतर्गत कर्मचारी पेंशन योजना द्वारा प्रदान की जा रही न्यूनतम पेंशन हजार रुपए है।जो की सितंबर में 2014 से लागू है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने न्यूनतम पेंशन में क्या अपडेट दिया है
इस योजना में कुल 78 लाख लाख पेंशन धारक न्यूनतम पेंशन राशि के सहारे अपना जीवन यापन करने को मजबूर है यहां जानते है कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने न्यूनतम पेंशन में क्या अपडेट दिया है।
वर्तमान समय पेंशनभोगियो की ओर से मासिक पेंशन राशि को 7500 तक बढ़ाने की मांग उठाई जा रही है। इसके अलावा भी अन्य लाभों की मांग भी कर रहे हैं इन मांगों को लेकर कर्मचारी पेंशन योजना के राष्ट्रीय आंदोलन समिति के नेतृत्व में भूख हड़ताल की योजना बनाई गई है जो कि 31 जनवरी से जंतर-मंतर पर शुरू हुई थी !केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव के आश्वासन के बावजूद पेंशन भोगियों का आरोपी की सरकार उनकी मांगों को पूरा करने में विफल रही है। इसके चलते आंदोलन समिति ने इसे उनकी आखिरी चेतावनी के रूप में प्रस्तुत किया है !
₹15000 की कैलकुलेट किया जाता है
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के नियमों के अनुसार ,कर्मचारियों कर्मचारी और नियोक्ता दोनों ही वेतन का 12 प्रतिशत प्रोविडेंट फंड में जमा करते हैं इसमें से नियोक्ता का भविष्य 3.6% हिस्सा कर्मचारी भविष्य निधि में और 8.33 प्रतिशत कर्मचारी पेंशन योजना में जमा होता है। यह योगदान वेतन की ₹15000 की कैलकुलेट किया जाता है लेकिन इसमें 1,250 रुपये की सीमा तय है ! जिसे हटाने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कर्मचारी पेंशन योजना के अंतर्गत जीवनयापन की कठिनाईयों को देखते हुए पेंशनभोगियों की मांगें न केवल जायज हैं। बल्कि यह उनके बुनियादी अधिकारों का भी प्रश्न उठाती हैं। यह आंदोलन न केवल सरकार के लिए बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक जागरूकता का संदेश भी है ! कि पुरानी पेंशन व्यवस्थाओं की समीक्षा और सुधार आवश्यक हैं ।