रेलवे में महिलाओं की यात्रा को आसान और सक्सेस बनाने के लिए कई सुविधाएं प्रदान की। हालाँकि सुविधाओं के बारे में बहुत कम लोगों को पता है इसके कारण बहुत कम लोग इसका लाभउठा पते है। ऐसे में आज हम आपको रेलवे द्वारा महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताएंगे। हर दिन लाखों लोग आईआरसीटीसी ट्रेन टिकट लेकर यात्रा करते है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं की टिकट से सिर्फ यात्रा ही नहीं बल्कि अपने सुविधा मिलती खासकर अगर आप महिला है। तो यह खबर आप लिए है। क्योंकि टिकट दिखाकर आप कई अन्य सुविधाओं का भी लाभ उठा सकती हैं।
‘आपके पास टिकट नहीं है तो TT आपको ट्रेन से नहीं उतार सकता
अगर किसी कारण से देर रात में ट्रेन यात्रा करें आपके पास टिकट नहीं है तो TT आपको ट्रेन से नहीं उतार सकता। अगर आपको जबरदस्ती ट्रेन से उतरने की कोशिश की जाती है तो आप महिला रेलवे अथॉरिटी से शिकायत कर सकती है। हालांकि ट्रेन बिना टिकट यात्रा करना गैर क़ानूनी है अगर ऐसे मैं अगर आपको ट्रेन से उतार दिया जाता है तो आपको सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की आरपीएफ या जीआरपी की होगी।
45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए तय किया गया है
लंबी दूरी के लिए स्लीपर क्लास में हर कोच में छह बर्थ, वातानुकूलित 3 टियर (3AC) के हर कोच में चार से पांच लोअर बर्थ और वातानुकूलित 2 टियर (2AC) क्लास के हर कोच में तीन से चार लोअर बर्थ का आरक्षण कोटा महिलाओं के लिए आरक्षित है। यह कोटा गर्भवती महिलाओं वरिष्ठ नागरिकों 45 वर्ष से अधिक आयु की महिलाओं के लिए तय किया गया है।
रेलवे की कम्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली के तहत प्रावधान है कि वरिष्ठ नागरिकों , 45 वर्ष की आयु की महिला यात्रियों को स्वचालित रूप से लोअर बर्थ दी जाएगी। भले ही आरक्षण के दौरान कोई भी सीट विकल्प ना दिया हो,यह प्रावधान तब भी लागू रहेगी।
यदि गर्भवती हैऔर आपको मिडिल या अपर बर्थ आवंटित की गई है, तो ट्रेन छूटने के बाद यदि कोई बर्थ खाली रह जाती है तो गर्भवती महिला और वह टिकट चेकिंग स्टाफ से संपर्क करें। यहां पर मिडिल या अपर बर्थ के स्थान पर लोअर बर्थ मांग सकती है। ऑनलाइन बुकिंग के अलावा जिन आरक्षण कार्यालय में कम्यूटरीकृत प्रणाली स्थापित नहीं हुई और यदि महिला यात्रियों के लिए कोई अलग काउंटर नहीं है तो ऐसी स्थिति में महिलाओं को टिकट लेने के लिए सामान्य कतार में खड़ी होने की आवश्यकता नहीं है। वे सामान्य लाइन से अलग, उसी काउंटर पर एक अलग लाइन में खड़ी हो सकती हैं।
मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों मेंअनारक्षित श्रेणी में महिलाओं के लिए गलत कोच आरक्षित किया जाएगा। इइसके अलावा, उपनगरीय IRCTC ट्रेनें, जो 150 किलोमीटर तक की छोटी दूरी तय करती हैं, उनमें भी महिलाओं के लिए अलग डिब्बे/कोच आरक्षित होते हैं। इसके साथ ही जहां भी आवश्यक हो और संभव हो भारतीय रेलवे द्वारा महिला विशेष ट्रेन भी चलाई जाती है। आप रेलवे आईआरसीटीसी कार्यालय इस बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।