एसआईपी बनाम सुकन्या समृद्धि योजना: आज के बढ़ती महंगाई के दौर में, माता-पिता अपने बच्चों के सुरक्षित और बेहतर भविष्य के लिए उनकी बचत की योजना बनाना ज़रूरी समझते हैं। यही वजह है कि एसआईपी और सुकन्या समृद्धि योजना जैसे निवेश विकल्प तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे हैं। आप अपने निवेश को दोनों में बाँटकर एक संतुलित पोर्टफोलियो बना सकते हैं। हालाँकि, अगर आप केवल एक ही विकल्प चुनना चाहते हैं, तो नीचे दी गई आसान गणनाएँ आपकी मदद कर सकती हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना किसके लिए फायदेमंद है?
यह योजना छोटी बेटियों के लिए सबसे सुरक्षित सरकारी योजना मानी जाती है। इसे सिर्फ़ 250 रुपये से शुरू किया जा सकता है। इस योजना के तहत ब्याज दर 8.2 प्रतिशत तक है, जिस पर बाज़ार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता। यानी आपको पूरी तरह सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न मिलता है।
यदि योजना की अवधि 15 वर्ष है और निवेशक हर महीने ₹5,000 जमा करते हैं, तो उन्हें 15 वर्षों के बाद लगभग ₹8,27,321 ब्याज प्राप्त होगा। इस प्रकार कुल राशि लगभग ₹17,27,321 हो जाती है, जबकि कुल निवेश ₹9 लाख है।
व्यवस्थित निवेश योजना (SIP)
SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक आसान तरीका है। निवेशक हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं और लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न कमाते हैं। आमतौर पर, SIP से लगभग 12 प्रतिशत का अनुमानित वार्षिक रिटर्न मिल सकता है, हालाँकि यह बाजार की स्थितियों के आधार पर भिन्न हो सकता है।
यदि 15 वर्षों तक हर महीने ₹5,000 का निवेश SIP में किया जाए, तो रिटर्न लगभग ₹14,79,657 हो सकता है। यह कुल राशि लगभग ₹23,79,657 है। ये रिटर्न अनुमानित हैं, लेकिन लंबी अवधि में एक बड़ा कोष बनाने में SIP बहुत मददगार हो सकते हैं।
कौन सा विकल्प बेहतर है?
SIP या सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) चुनना पूरी तरह से आपकी ज़रूरतों और जोखिम सहनशीलता पर निर्भर करता है। अगर आप गारंटीशुदा ब्याज के साथ एक सुरक्षित निवेश चाहते हैं, तो सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक बेहतर विकल्प है। हालाँकि, अगर आप लंबी अवधि में एक बड़ा कोष बनाना चाहते हैं और बाज़ार का जोखिम उठा सकते हैं, तो SIP आपके लिए ज़्यादा फ़ायदेमंद विकल्प हो सकता है।