किराया वृद्धि: भारतीय रेलवे ने किराया बढ़ाने की घोषणा की है, जिससे देशभर के लाखों यात्रियों के लिए खुशखबरी है। लंबी दूरी की रेल यात्राएं थोड़ी महंगी होने वाली हैं, जिसका सीधा असर बिहार और दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे प्रमुख शहरों के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों पर पड़ेगा।
संशोधित किराया स्लीपर और 3AC श्रेणियों पर लागू होगा। हालांकि वृद्धि मामूली है, लेकिन लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों को इसका असर महसूस होने की संभावना है। नए किराए 26 दिसंबर से लागू होंगे, जिससे देशभर में करोड़ों रेल यात्रियों पर असर पड़ेगा।
बिहार के यात्रियों पर इसका सबसे ज्यादा असर क्यों पड़ेगा?
किराया वृद्धि से बिहार के यात्रियों पर काफी असर पड़ने की आशंका है, क्योंकि कई लोग काम, शिक्षा और चिकित्सा के लिए राज्य से बाहर यात्रा करते हैं। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चंडीगढ़ और हैदराबाद जैसे शहर आम गंतव्य हैं, जिनके लिए पटना, दरभंगा और कटिहार जैसे स्टेशनों से लंबी रेल यात्रा करनी पड़ती है।
लंबी दूरी के कारण, प्रति किलोमीटर किराए में मामूली वृद्धि भी टिकट की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि का कारण बनती है।
स्लीपर क्लास किराया वृद्धि: रूट-वार प्रभाव
स्लीपर क्लास में किराया वृद्धि लगभग दो पैसे प्रति किलोमीटर है। लोकप्रिय रूटों के लिए इसका मतलब है:
पटना से दिल्ली की यात्रा, जो लगभग 1,000 किलोमीटर है, अब लगभग ₹20 अधिक महंगी होगी।
पटना-मुंबई की यात्रा, जो लगभग 1,700 किलोमीटर की है, में लगभग ₹34 की वृद्धि होगी।
पटना से बेंगलुरु तक लगभग 2,150 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले यात्रियों को स्लीपर क्लास टिकट के लिए लगभग ₹43 अतिरिक्त देने पड़ सकते हैं।
3AC टिकट भी महंगे होने वाले हैं।
बिहार से बाहर यात्रा करने वाले काफी यात्री लंबी यात्राओं के लिए 3AC को प्राथमिकता देते हैं। रेलवे ने स्लीपर क्लास की तरह ही AC के किराए में भी दो पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की है।
लंबी दूरी के मार्गों के लिए, इसका मतलब है कि 3AC टिकट की कीमत प्रति 1,000 किलोमीटर लगभग ₹20 अधिक हो सकती है, जिससे AC में लंबी यात्रा थोड़ी महंगी हो जाएगी।
नियमित ट्रेन यात्रियों के लिए इसका क्या मतलब है?
हालांकि किराया वृद्धि बहुत अधिक नहीं है, लेकिन राज्यों के बीच बार-बार यात्रा करने वाले यात्रियों के यात्रा खर्च में यह वृद्धि करेगी। 26 दिसंबर से नए किराए लागू हो रहे हैं, इसलिए यात्रियों को आगामी यात्राओं की योजना बनाते समय संशोधित किराए को ध्यान में रखने की सलाह दी जाती है।