250 से ज्यादा स्कूल जर्जर, लेकिन मरम्मत का बजट सिर्फ 51 को ही मिला

Saroj kanwar
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Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले में 250 से अधिक शासकीय स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर हालत में हैं, लेकिन मरम्मत के लिए केवल 51 स्कूलों को ही 1.13 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। स्कूलों के चयन का मापदंड “छात्र संख्या” बताया गया है, लेकिन हकीकत में कई ऐसे स्कूलों को बजट मिला है जिनमें छात्रों की संख्या कम है, जबकि अधिक संख्या वाले स्कूलों को नजरअंदाज किया गया है।

उदाहरण के तौर पर 36 छात्रों वाली प्राथमिक शाला पठला खेरा, 50 छात्रों वाली बर खिरिया और 64 छात्रों वाली तिदारी स्कूल को बजट मिला है, लेकिन 72 छात्रों वाले वार्ड 27 प्राथमिक स्कूल और 155 छात्रों वाली महेबा चक्र-3 की माध्यमिक शाला को कोई बजट नहीं मिला।

शिक्षकों ने जिले के 400 से अधिक स्कूलों के लिए मरम्मत की जरूरत की सूचना विभाग को दी थी। निरीक्षण के बाद 250 स्कूलों को क्षतिग्रस्त पाया गया, लेकिन विभाग ने सिर्फ 51 स्कूलों को ही चुना। इनमें टीकमगढ़ ब्लॉक के 19, पलेरा के 20 और जतारा व बल्देवगढ़ के 6-6 स्कूल शामिल हैं।

दयावनगर, रामराजा खिरक, नैगुवां, महेबा चक्र-3 जैसी कई शालाओं में भवन की हालत इतनी खराब है कि बच्चे या तो आंगनवाड़ी भवन में बैठाए जा रहे हैं या एक ही कमरे में कई कक्षाएं लग रही हैं। कहीं छत से सरिए लटक रहे हैं, तो कहीं पानी रोकने के लिए तिरपाल डाली गई है।

वार्ड 27 स्कूल में भी तीन साल से भवन जर्जर है। हाल ही में डीपीसी ने निरीक्षण कर उसे असुरक्षित बताया था और जल्द मरम्मत का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक न तो बजट आया और न ही वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई।

डीपीसी का कहना है कि अगर अधिक छात्र संख्या वाले स्कूल छूट गए हैं तो जानकारी में सुधार किया जाएगा। वार्ड 27 स्कूल को भी प्राथमिकता दी जाएगी।

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