नई दिल्ली: 12 जून वो तारीख थी जिसने देश ही नहीं, दुनिया को हिलाकर रख दिया था। आज़ाद भारत के इतिहास में एक विमान हादसे में 241 लोगों की जान चली गई थी, जिसकी वजह का खुलासा अभी भी जारी है। यह बड़ा हादसा रनवे से उड़ान भरने के 1 मिनट के अंदर ही हो गया। अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की शुरुआती जाँच रिपोर्ट में एक बड़ा खुलासा हुआ है।
शनिवार देर रात जारी हुई 15 पन्नों की इस रिपोर्ट में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में मिली बातचीत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इससे विमान के दोनों इंजनों के फेल होने की आशंका जताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद ही दोनों इंजनों ने काम करना बंद कर दिया था। इस रिपोर्ट में दोनों पायलटों के बीच हुई बातचीत का भी खुलासा हुआ है।
विमान दुर्घटना से पहले दोनों पायलटों के बीच बातचीत
अहमदाबाद विमान दुर्घटना से पहले, दोनों पायलटों के बीच बातचीत हुई थी। विमान के उड़ान भरते समय, एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “तुमने ईंधन क्यों कम किया?” इस पर दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि मैंने ऐसा नहीं किया। दोनों पायलटों के बीच यह बातचीत तब हुई जब दोनों इंजन पूरी तरह से काम करना बंद कर चुके थे।
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना भारतीय समयानुसार दोपहर 13.38 बजे हुई। उस समय विमान अधिकतम 180 नॉट की गति से चल रहा था। हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद, बोइंग 786-8 ड्रीमलाइनर विमान बीजे मेडिकल के छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना के समय विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से 241 यात्रियों की जान चली गई। इसमें ज़मीन पर मौजूद 19 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद यह आंकड़ा 260 तक पहुँच गया।
रनवे से उड़ान भरते ही विमान गिरा
जानकारी के लिए बता दें कि अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के एक मिनट बाद ही विमान मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में गिर गया। मेस में खाना खा रहे छात्र और शिक्षक की भी जान चली गई। इस हादसे में विमान में सवार केवल एक यात्री ही जीवित बचा, जिसे कुदरत का करिश्मा बताया गया।