स्वास्थ्य बीमा: डिजिटलीकरण के इस युग में बीमा खरीदना बेहद आसान हो गया है। आप घर बैठे ही विभिन्न कंपनियों की पॉलिसियों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उनकी तुलना कर सकते हैं। ऑनलाइन बीमा खरीदना बहुत सुविधाजनक हो गया है और धोखाधड़ी की संभावना न के बराबर है। इसे आसानी से ट्रैक भी किया जा सकता है। हालांकि, ऑनलाइन खरीदारी में कुछ चुनौतियां भी हैं, जैसे एजेंट की अनुपस्थिति। इस वजह से, कई लोग कुछ महत्वपूर्ण विवरणों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जैसे प्रतीक्षा अवधि, उप-सीमाएं या कौन से ऐड-ऑन आवश्यक हैं।
ऑनलाइन स्वास्थ्य बीमा खरीदते समय इन गलतियों से बचें
केवल प्रीमियम पर ध्यान देना: कई लोग केवल कम प्रीमियम के आधार पर पॉलिसी खरीदते हैं। हालांकि, वे कमरे के किराए की सीमा, सह-भुगतान और प्रतीक्षा अवधि जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। पॉलिसी केवल कर बचाने का साधन नहीं होनी चाहिए, बल्कि सुरक्षा का एक ज़रिया भी होनी चाहिए।
पहले से मौजूद बीमारियों या मेडिकल इतिहास को छिपाना: प्रस्ताव फॉर्म में सटीक जानकारी न देना सबसे बड़ी गलती है। पिछले परीक्षणों, दवाओं, बीमारियों या सर्जरी को छिपाने से दावा अस्वीकृत हो सकता है।
अतिरिक्त कवरों को नज़रअंदाज़ करना: कभी-कभी, कम प्रीमियम वाली योजनाओं में कमरे के किराए की सीमा, उप-सीमा या सह-भुगतान अधिक होते हैं। सही अतिरिक्त कवर चुनना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन लोग अक्सर इन्हें अनदेखा कर देते हैं।
किन बातों पर विशेष ध्यान दें:
कमरे का किराया: यदि आप पॉलिसी में निर्दिष्ट श्रेणी से उच्च श्रेणी का कमरा चुनते हैं, तो आपका बिल कम हो सकता है।
कैशलेस सुविधा: अस्पताल जाने से पहले, जांच लें कि यह नेटवर्क में शामिल है या नहीं।
टॉप-अप प्लान: यह तभी फायदेमंद है जब बेस पॉलिसी की डिडक्टिबल राशि सही ढंग से मेल खाती हो।
प्री-ऑथराइजेशन: नियोजित सर्जरी से 3-5 दिन पहले प्री-ऑथराइजेशन प्राप्त करें।
ओपीडी खर्च: अधिकांश पॉलिसियां ओपीडी खर्च को कवर नहीं करती हैं। यदि आवश्यक हो, तो ओपीडी ऐड-ऑन का विकल्प चुनें।