एसआईपी गणना: कई लोगों को लगता है कि बिना बड़ी बचत या पर्याप्त राशि के निवेश शुरू करना मुश्किल है। हालाँकि, सच्चाई यह है कि म्यूचुअल फंड एसआईपी समय के साथ एक छोटी सी राशि को भी एक बड़े फंड में बदल सकता है। इसका मुख्य कारण चक्रवृद्धि ब्याज की शक्ति है, जो ब्याज पर ब्याज जोड़कर रिटर्न को कई गुना बढ़ा देती है। यही कारण है कि म्यूचुअल फंड एसआईपी लंबी अवधि के निवेश के लिए सबसे विश्वसनीय विकल्प बन गए हैं।
एसआईपी एक ऐसी पद्धति है जिसमें व्यक्ति अपनी आय में से हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करता है। यह राशि चाहे कितनी भी छोटी क्यों न हो, नियमित निवेश और चक्रवृद्धि ब्याज इसे एक बड़े फंड में बदल देते हैं। इसलिए, एसआईपी को बच्चे की शिक्षा, शादी या सेवानिवृत्ति जैसे दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
छोटी बचत से बड़ा फंड कैसे बनाएँ
अगर कोई व्यक्ति रोज़ाना सिर्फ़ 60 रुपये बचाता है, तो यह रकम 1,800 रुपये प्रति माह हो जाती है। अगर माता-पिता बच्चे के जन्म से ही इस छोटी सी रकम को म्यूचुअल फंड SIP में निवेश करना शुरू कर दें और 30 साल तक जारी रखें, तो यह छोटी सी रकम भविष्य में एक बड़ी रकम बना सकती है। म्यूचुअल फंड आमतौर पर लंबी अवधि में औसतन 12% तक का रिटर्न देते हैं।
12% रिटर्न पर आप कितना कमाएँगे?
12% औसत वार्षिक रिटर्न पर, 30 साल तक 1,800 रुपये प्रति माह की SIP से परिपक्वता पर लगभग 5,545,752 रुपये प्राप्त हो सकते हैं। कुल निवेश केवल 648,000 रुपये है, और चक्रवृद्धि ब्याज पर लगभग 49 लाख रुपये का लाभ होता है।
15% रिटर्न पर क्या होगा?
अगर रिटर्न थोड़ा बेहतर हो और निवेश 15% सालाना की दर से बढ़े, तो यह छोटा सा निवेश 1,01,37,187 रुपये तक बढ़ सकता है। लाभ मार्जिन लगभग 95 लाख रुपये होगा।
18% रिटर्न से करोड़ों का फंड बनेगा
अगर निवेशक को औसतन 18% सालाना रिटर्न मिलता है, तो यह SIP 30 वर्षों में लगभग ₹1,87,08,111 का कोष बनाएगा। इसमें ₹6,48,000 का निवेश और अकेले ब्याज से लगभग ₹1.80 करोड़ की कमाई शामिल है।