Chhatarpur News: प्रदेश सरकार द्वारा सीएम राइज स्कूल का नाम बदलकर “सांदीपनि विद्यालय” रख दिया गया है और इस सत्र से इसका संचालन करीब 37 करोड़ की लागत से बने नए भवन में शुरू हो गया है। विद्यालय में केजी से लेकर 12वीं तक लगभग 2100 विद्यार्थी पंजीकृत हैं। लेकिन इतने बड़े स्कूल में न तो पर्याप्त शिक्षक हैं और न ही बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
शिक्षकों को पुराने, जर्जर व्हाइट बोर्ड से पढ़ाना पड़ रहा है क्योंकि स्कूल में अभी तक न तो व्हाइट बोर्ड उपलब्ध हैं और न ही डिजिटल बोर्ड लगे हैं। स्मार्ट क्लास की सुविधा तो दूर, कई विषयों की किताबें भी अभी तक छात्रों को नहीं मिल पाई हैं। इसके अलावा स्कूल में न तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, न ही साउंड सिस्टम, पीने के पानी की सुविधा या निगरानी की कोई व्यवस्था है।
सबसे गंभीर स्थिति प्री-प्राइमरी कक्षाओं को लेकर है। केजी-1 और केजी-2 में 100-100 बच्चों के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, लेकिन इन बच्चों को पढ़ाने के लिए न तो शिक्षक नियुक्त किए गए हैं और न ही देखभाल करने वाले केयरटेकर। ऐसे में प्रवेश के बाद भी कक्षाएं शुरू करना मुश्किल हो सकता है।स्कूल में कुल 44 शिक्षकों के पद खाली हैं।
माध्यमिक कक्षाओं के लिए 24 में से 12, प्राथमिक के लिए 20 में से सिर्फ 5 और उच्चतर कक्षाओं के लिए 19 में से 10 शिक्षक ही कार्यरत हैं। इसके अलावा प्री-प्राइमरी के सभी 8 पद खाली हैं। प्रशासनिक कार्यों के लिए भी कंप्यूटर ऑपरेटर, लिपिक, मैनेजर और अकाउंटेंट की जरूरत है, लेकिन इनकी भी नियुक्ति नहीं हुई है।
विद्यालय प्रबंधन ने दो बार जिला शिक्षा अधिकारी और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को पत्र भेजा है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। जब तक नियुक्तियां नहीं होतीं, तब तक बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती रहेगी।