वंदे भारत स्लीपर ट्रेन: वंदे भारत ट्रेन ने यात्रियों के लिए यात्रा को आसान और आरामदायक बना दिया है। आजकल ज़्यादातर लोग वंदे भारत ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं। रेल मंत्रालय ने हाल ही में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन शुरू करने की घोषणा की है। यह घोषणा इतनी महत्वपूर्ण थी कि इसने देश भर के यात्रियों का ध्यान अपनी ओर खींचा। इसी बीच, दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग पर ट्रायल ट्रैक के रूप में मशहूर कोटा रेल मंडल ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है।
सेमी-हाई-स्पीड वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के दूसरे प्रोटोटाइप का ट्रायल यहाँ शुरू हो गया है। हाल ही में यह ट्रेन नागदा-कोटा सेक्शन पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ी। रेल मंत्रालय के लखनऊ स्थित अनुसंधान डिजाइन एवं मानक संगठन की एक टीम 2 नवंबर से 17 नवंबर तक 15 दिनों तक विभिन्न मानकों पर इस ट्रेन का परीक्षण करेगी।
परीक्षण शुरू:
कोटा रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि यह ट्रेन इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ), चेन्नई और भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित दूसरी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन है। हाल ही में, नागदा क्षेत्र में रोहल खुर्द और महिदपुर रोड पर 180 किमी/घंटा की गति से एक अल्पकालिक परीक्षण किया गया था।
परीक्षण के दौरान, ट्रेन के विभिन्न मापदंडों का गहन परीक्षण किया जा रहा है। कंपन, स्थिरता, त्वरण-ब्रेकिंग प्रभाव और आपातकालीन ब्रेक दूरी (ईबीडी) का परीक्षण खाली और समान यात्री भार की स्थिति में किया जा रहा है। ईबीडी 180 किमी/घंटा की गति पर ब्रेक लगाने पर ट्रेन को रुकने में लगने वाली दूरी को मापता है।
ट्रेन का मार्ग अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे ने सभी ज़ोन को इसके रखरखाव की तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए, ट्रेन के रवाना होने से पहले पीए सिस्टम पर एक घोषणा की जाएगी, जिसमें गैर-यात्रियों को उतरने के लिए कहा जाएगा, और यात्रा के दौरान तीन भाषाओं – हिंदी, अंग्रेजी और स्थानीय भाषा – में सुरक्षा संदेश लगातार प्रसारित किए जाएँगे।