LIC SIIP योजना: निवेश की बात करें तो, LIC की विशेष योजनाएँ अक्सर ध्यान में आती हैं। LIC निवेशकों को सुरक्षा के साथ-साथ उत्कृष्ट रिटर्न देने वाली योजनाएँ पेश करती है। यह योजना भविष्य की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने में सहायक होती है। वर्तमान में, LIC की एक विशेष योजना चर्चा में है। इस योजना से आप अपनी वित्तीय ज़रूरतों को पूरा कर सकते हैं। यह निवेश के लाभ के साथ-साथ बीमा कवर भी प्रदान करती है। यह योजना उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है जो दीर्घकालिक सुरक्षित और सुनियोजित निवेश करना चाहते हैं।
योजना कैसे खरीदें
LIC की SIIP योजना ऑनलाइन या किसी एजेंट के माध्यम से खरीदी जा सकती है। निवेशकों को चार अलग-अलग फंड विकल्प दिए जाते हैं, जिनमें से वे अपनी जोखिम लेने की क्षमता और निवेश लक्ष्यों के अनुसार एक का चयन कर सकते हैं। दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे लोगों के लिए, यह योजना उनके भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाने में सहायक सिद्ध हो सकती है।
पॉलिसी अवधि और आयु सीमा
इस योजना में निवेश महज 90 दिन की उम्र से शुरू किया जा सकता है, जबकि अधिकतम प्रवेश आयु 65 वर्ष है। यदि पॉलिसीधारक की आयु 55 वर्ष से कम है, तो उन्हें वार्षिक प्रीमियम के दस गुना तक की बीमा राशि प्राप्त होती है। 55 वर्ष से अधिक आयु के निवेशकों को वार्षिक प्रीमियम के सात गुना तक की बीमा राशि प्रदान की जाती है। पॉलिसी की अवधि न्यूनतम 10 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष हो सकती है। इसमें 5 वर्ष की लॉक-इन अवधि भी है, जिसका अर्थ है कि इस अवधि से पहले निकासी पर कटौती हो सकती है।
प्रीमियम भुगतान विकल्प
LIC की SIIP योजना प्रीमियम भुगतान के मामले में काफी लचीली है। निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार वार्षिक, अर्धवार्षिक, त्रैमासिक या मासिक प्रीमियम विकल्प चुन सकते हैं। वार्षिक प्रीमियम की न्यूनतम राशि 40,000 रुपये निर्धारित है। अर्धवार्षिक भुगतान के लिए राशि 22,000 रुपये है। तिमाही विकल्प के लिए प्रीमियम 12,000 रुपये है और मासिक भुगतान 4,000 रुपये है। यदि कोई व्यक्ति हर महीने 10,000 रुपये का निवेश करता है, जो लगभग 333 रुपये प्रति दिन होता है, तो उसे 10 वर्षों के बाद लगभग 23 लाख रुपये की राशि प्राप्त हो सकती है।
पॉलिसी पर प्रतिफल
निवेश पर प्रतिफल पॉलिसी शुरू होने के छह महीने बाद से मिलना शुरू हो जाता है। पहले वर्ष में, प्रतिफल वार्षिक प्रीमियम का लगभग 5 प्रतिशत होता है। 10 वर्षों के बाद यह बढ़कर 10 प्रतिशत हो जाता है। 15 वर्षों में प्रतिफल 15 प्रतिशत, 20 वर्षों के बाद 20 प्रतिशत और 25 वर्षों के बाद वार्षिक प्रीमियम का लगभग 25 प्रतिशत हो जाता है। इस प्रकार, यह योजना दीर्घकालिक रूप से निवेश और सुरक्षा दोनों का संतुलित लाभ प्रदान करती है।