वर्ष 2025 समाप्त हो रहा है, और यह मोदी सरकार द्वारा लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णयों से चिह्नित रहा है। इस दौरान, सरकार ने सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, पर्यावरण और अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में कदम उठाए, जिनका सीधा प्रभाव आम नागरिकों के दैनिक जीवन में महसूस किया गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि ये योजनाएँ केवल कागजों तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि बड़ी संख्या में लोगों तक पहुँचीं।
युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने से लेकर बुजुर्गों की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को दूर करने तक, 2025 में शुरू और विस्तारित की गई योजनाओं ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के दृष्टिकोण को मजबूत किया। आइए इस वर्ष सबसे अधिक प्रभाव डालने वाली सरकारी योजनाओं के बारे में और जानें।
पीएम इंटर्नशिप योजना
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना 2025 में युवाओं के बीच सबसे चर्चित योजना रही। इस योजना की घोषणा बजट के माध्यम से की गई और इस वर्ष इसे पूरे देश में लागू किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य उन युवाओं को अवसर प्रदान करना था जिन्हें डिग्री प्राप्त करने के बाद अनुभव की कमी के कारण नौकरी पाने में कठिनाई होती है।
इस योजना के तहत, देश की शीर्ष 500 कंपनियों में 12 महीने की इंटर्नशिप की पेशकश की जा रही है। इंटर्नशिप के दौरान, युवाओं को सरकार और निजी कंपनियों के योगदान से प्रति माह 5,000 रुपये का वजीफा मिलता है। लाखों युवाओं के लिए, यह योजना स्थायी रोजगार प्राप्त करने की दिशा में एक मजबूत पहला कदम साबित हुई।
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना
स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में, 2025 का सबसे बड़ा निर्णय आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का विस्तार था। सरकार ने इस योजना में 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी नागरिकों को शामिल किया। इस निर्णय का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह था कि इसमें आय का कोई मानदंड नहीं था।
अब 70 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क उपचार मिल सकेगा। इस निर्णय से बुजुर्गों और उनके परिवारों को आर्थिक रूप से काफी राहत मिली है।
एनपीएस वात्सल्य योजना
2025 में, सरकार ने बच्चों के दीर्घकालिक वित्तीय भविष्य को ध्यान में रखते हुए एनपीएस वात्सल्य योजना शुरू की। इस योजना के तहत, माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों के नाम पर पेंशन खाता खोल सकते हैं। इस खाते में जमा राशि चक्रवृद्धि ब्याज के माध्यम से बढ़ती है।
बच्चा बालिग हो जाने पर, यह खाता नियमित एनपीएस खाते में परिवर्तित हो जाता है। दीर्घकाल में, यह योजना बच्चों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
पीएम ई-ड्राइव योजना
पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए, सरकार ने 2025 में पुरानी एफएएमई योजना के स्थान पर पीएम ई-ड्राइव योजना लागू की। इस योजना के तहत, इलेक्ट्रिक दोपहिया, तिपहिया और ई-बसों की खरीद पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
इस पहल से न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में वृद्धि हुई, बल्कि शहरों में प्रदूषण कम करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इसने ई-मोबिलिटी क्षेत्र में नए रोजगार के अवसर भी सृजित किए।
प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान
2025 में, सरकार ने जनजातीय समुदायों के समग्र विकास पर विशेष ध्यान दिया। प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के तहत, देश भर में लगभग 63,000 जनजातीय बहुल गांवों को विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था।
इन गांवों में पक्के मकान, सड़कें, बिजली, स्वच्छ पेयजल और इंटरनेट जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम शुरू हो चुका है। इससे जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के नए अवसर खुलने की उम्मीद है।
बायो-राइड योजना
विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में, बायो-राइड योजना को 2025 में मंजूरी दी गई थी। इसका उद्देश्य जैव प्रौद्योगिकी, चिकित्सा अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना है। आने वाले वर्षों में, इस योजना से देश की अनुसंधान क्षमताओं को मजबूती मिलने और नई तकनीकों के विकास में योगदान मिलने की उम्मीद है। कुल मिलाकर, वर्ष 2025 केंद्र सरकार के लिए महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णयों का वर्ष था। इन योजनाओं का प्रभाव न केवल आंकड़ों में बल्कि जमीनी स्तर पर आम लोगों के जीवन में भी दिखाई दिया।