भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने इस वर्ष रेपो दर में कुल 1.25 प्रतिशत की कटौती के बाद बैंकिंग क्षेत्र में ब्याज दर की गणना में पूरी तरह से बदलाव कर दिया है। दिसंबर में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की नवीनतम कटौती के बाद, यह अब 5.25 प्रतिशत हो गई है।
इस बदलाव का सीधा असर सावधि जमा (FD) दरों पर पड़ा है, और देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी चुनिंदा FD योजनाओं पर ब्याज दरों में संशोधन किया है। हालांकि, निवेश के शौकीनों के लिए अच्छी खबर यह है कि SBI की कुछ निश्चित अवधि की योजनाएं अभी भी अच्छा रिटर्न दे रही हैं। यदि आप सुरक्षित निवेश के साथ ₹83,652 तक का गारंटीशुदा लाभ कमाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण है।
7 दिन से 10 साल तक के निवेश के अवसर
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपने ग्राहकों को निवेश के लचीले विकल्प प्रदान करता है, जिससे आप अपनी बचत को 7 दिन से लेकर 10 साल तक की लंबी अवधि के लिए सुरक्षित रख सकते हैं। वर्तमान में, एसबीआई 3.05% से 7.05% तक की आकर्षक ब्याज दरें प्रदान करता है। बैंक की सबसे लोकप्रिय योजना, ‘अमृत वृष्टि’, 444 दिनों की विशेष अवधि के साथ आती है और सामान्य नागरिकों के लिए 6.45% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.95% का रिटर्न प्रदान करती है। इसके अलावा, 1 से 2 साल के बीच की जमा राशि पर सामान्य ग्राहकों के लिए 6.10% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 6.60% ब्याज मिलता है।
₹2 लाख के निवेश पर ₹83,652 कैसे कमाएं
एसबीआई की 5-वर्षीय एफडी योजना उन लोगों के लिए आदर्श है जो अपने पैसे को लंबे समय तक सुरक्षित रखते हुए गारंटीकृत आय चाहते हैं। यदि आपकी आयु 60 वर्ष से कम है और आप सामान्य श्रेणी में आते हैं, तो आपको 5-वर्षीय एफडी पर 6.05% वार्षिक ब्याज मिलेगा। इस स्थिति में, 5 वर्षों के बाद, आपको ₹2,00,000 के कुल निवेश पर ₹70,035 का निश्चित ब्याज प्राप्त होगा, जिससे आपकी परिपक्वता राशि ₹2,70,035 हो जाएगी।
एसबीआई फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे
एसबीआई में पैसा जमा करना सिर्फ ब्याज कमाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इससे आपको पूरी तरह से मानसिक शांति भी मिलती है। सरकारी बैंक होने के नाते, आपका पैसा 100% सुरक्षित है। 5 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने का एक और बड़ा फायदा यह है कि आप आयकर की धारा 80C के तहत कर छूट का दावा कर सकते हैं, जिससे आपकी बचत और भी बढ़ जाती है।
इसके अलावा, बैंक नामांकन विकल्प भी प्रदान करता है ताकि आपके परिवार को भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी न हो। अगर आपको अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है, तो आप अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट राशि का 90% तक लोन या ओवरड्राफ्ट के रूप में ले सकते हैं, जिससे आपकी योजना में कोई रुकावट नहीं आएगी।