बिहार चुनाव 2025 – बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में समाज के सभी वर्गों के लिए महत्वपूर्ण लोकलुभावन वादे शामिल हैं। इस बीच, महागठबंधन आज, बुधवार को अपनी संयुक्त रैलियाँ शुरू करने वाला है।
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आज बिहार में जनसभाएँ कर वोट माँगेंगे। पार्टी कार्यकर्ता कई दिनों से उनकी रैलियों की तैयारी कर रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बिहार में महागठबंधन और एनडीए के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है। हालाँकि, दोनों ही दलों द्वारा पूर्ण बहुमत के दावे ज़ोरों पर हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन कुछ ही सीटों से पीछे रह गया था।
तेजस्वी और राहुल कहाँ जनसभाएँ करेंगे?
राहुल गांधी लगभग दो महीने बाद बिहार लौट रहे हैं। बुधवार को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव मुजफ्फरपुर और दरभंगा में एक साझा मंच पर जनसभाएँ करेंगे। ये दोनों रैलियाँ महागठबंधन में एकजुटता और किसी भी तरह की कलह की अनुपस्थिति का संदेश भी देंगी। इससे पहले, सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन के दलों के बीच मतभेद सामने आए थे।
कई सीटें ऐसी हैं जहाँ महागठबंधन के दल दोस्ताना मुकाबले में हैं। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर असमंजस भी खत्म हो गया है। सभी दलों ने तेजस्वी यादव के नाम पर सहमति जताई और घोषणा की कि उन्हें महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री भी बनाया जाएगा।
मुजफ्फरपुर और भरभंगा ऐसे जिले हैं जहाँ एनडीए की सीटों में बढ़ोतरी देखी गई। दरभंगा में, महागठबंधन को 10 विधानसभा क्षेत्रों में से केवल एक सीट पर जीत मिली। यहाँ भाजपा ने चार, जदयू ने तीन और वीआईपी ने दो सीटें जीतीं। एक सीट राजद के खाते में गई।
पहले चरण का चुनाव कब होगा?
जानकारी के लिए, बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को होगा। दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। सभी 243 विधानसभा सीटों के नतीजे 14 नवंबर, 2025 को घोषित किए जाएँगे। सभी की निगाहें बिहार चुनाव पर टिकी हैं। एनडीए नेता नीतीश कुमार के सुशासन को वोट माँगने का एक कारण बता रहे हैं। विपक्ष ने बेरोज़गारी, महंगाई और बढ़ते अपराध दर को मुद्दा बनाया है।