प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की नवीनतम किस्त के बाद, राज्य सरकार किसानों को ₹2,000 की सहायता राशि भेजने की तैयारी कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 13 दिसंबर को धार जिले में आयोजित एक बड़े किसान सम्मेलन में एक ही क्लिक में धनराशि जारी कर सकते हैं। इस योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष ₹6,000 की तीन समान किस्तें दी जाती हैं, जिससे उन्हें बढ़ती कृषि लागतों के विरुद्ध एक मजबूत सहारा मिलता है।
यह किस्त कब और कैसे खातों में पहुंचेगी?
पिछली 13वीं किस्त अगस्त में आ चुकी थी और 14वीं किस्त दिसंबर में आने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, यह राशि भावांतर योजना की तीसरी किस्त के साथ खातों में आ सकती है। किसानों को 10 से 12 दिसंबर तक इंतजार करने की सलाह दी जाती है। जैसे ही कार्यक्रम में घोषणा की जाएगी, धनराशि सीधे डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) के माध्यम से खातों में स्थानांतरित कर दी जाएगी। स्थिति जानने के लिए, आप mpkisan.gov.in पर अपने आधार नंबर और मोबाइल नंबर का उपयोग करके लॉग इन कर सकते हैं या किसी सीएससी केंद्र पर जा सकते हैं।
किश्तें प्राप्त करने के लिए अपना ई-केवाईसी अपडेट रखें
योजना के तहत लाभ प्राप्त करते रहने के लिए अपना ई-केवाईसी अपडेट रखना बेहद ज़रूरी है; अन्यथा, आपका नाम सूची से हटाया जा सकता है। सरकार अपात्र लाभार्थियों या एक से अधिक दावों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है, इसलिए पात्रता मानदंडों को पूरा करना अनिवार्य है।
योजना के लिए पात्रता मानदंड स्पष्ट हैं: जिनके पास 5 एकड़ तक भूमि है और जो आयकर दाता नहीं हैं। पीएम-किसान के विपरीत, यह एक राज्य स्तरीय योजना है जो किसानों को अतिरिक्त सहायता प्रदान करती है।
किसानों की अपेक्षाएं और सरकार के वादे
किसान संगठनों का कहना है कि किश्तों का समय पर भुगतान होने से खेती में किसानों का भरोसा बढ़ता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव बार-बार कह चुके हैं कि किसान राज्य की रीढ़ हैं। यह कल्याण कोष, भावांतर और लाडली भैना जैसी योजनाओं के साथ मिलकर किसानों को सशक्त बनाएगा। किसानों का कहना है कि यह राशि बीज, खाद या मजदूरी जैसे तत्काल खर्चों के लिए उपयोगी है। अगर आपका नाम सूची में नहीं है, तो आप तुरंत तहसील या पंचायत में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। दिसंबर की यह खुशखबरी गांवों में उत्साह भर रही है: छोटी सी राशि, बड़ा सहारा।