बेटियों को सिखाया संस्कार, युवाओं को दी सही रास्ते पर चलने की प्रेरणा

Saroj kanwar
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Chhatarpur News: बल्देवगढ़ के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में छह दिन से चल रही शिव महापुराण कथा का समापन मंगलवार को हुआ। यह आयोजन सत्य सनातन उत्सव समिति द्वारा कराया गया, जिसमें कथा वाचक विपिन बिहारी दास ने शिव-पार्वती विवाह, कपिल भगवान की कथा, गंगा अवतरण और कार्तिकेय-गणेश की उत्पत्ति जैसे कई धार्मिक प्रसंग सुनाए।

कथा में माता सुनैना द्वारा पार्वती को पतिव्रता धर्म की सीख का वर्णन हुआ, जिसमें बताया गया कि पत्नी को बिना पति की अनुमति कोई कार्य नहीं करना चाहिए, यहां तक कि तीर्थ यात्रा भी साथ में करनी चाहिए। पति का अपमान, छिपकर भोजन करना या क्रोध करना अधोगति का कारण बनता है।

विपिन बिहारी दास ने मंच से बेटियों को समझाया कि उन्हें ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे उनके माता-पिता को समाज में शर्मिंदगी झेलनी पड़े। उन्होंने लव जिहाद जैसे मामलों से सावधान रहने की सलाह दी और कहा कि युवाओं को विवाह से पहले अपने माता-पिता की सहमति जरूर लेनी चाहिए।

यदि ऐसा नहीं किया गया, तो समाज में गंभीर घटनाएं हो सकती हैं, जैसे इंदौर की घटना।कथा में एक विशेष प्रसंग में बताया गया कि एक बार पार्वती स्नान कर रही थीं, तभी शिव जी आ गए, लेकिन कार्तिकेय ने उन्हें रोक दिया। तीसरे दिन जब शिव जी फिर आए तो कार्तिकेय ने उन्हें जाने दिया, जिससे पार्वती नाराज हुईं।

उन्होंने कहा कि कार्तिकेय उनके पुत्र नहीं हैं, तब उन्होंने अपने उबटन से एक बालक को उत्पन्न किया, जो आगे चलकर श्री गणेश कहलाए। कथा के अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। आयोजन में नगर परिषद अध्यक्ष सहित आसपास के क्षेत्रों से अनेक श्रद्धालु शामिल हुए। कथा के समापन के बाद बुधवार को भंडारे का आयोजन किया जाएगा।

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