बिहार सरकार ने बेरोजगार स्नातकों के लिए ₹1,000 मासिक भत्ता शुरू किया — पात्रता और लाभ देखें

Saroj kanwar
3 Min Read

बिहार सरकार की योजनाओं को समाज के हर वर्ग तक पहुँचाने के एक सशक्त प्रयास के तहत, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बेरोज़गारी भत्ते की एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना का अब विस्तार किया गया है, जिससे बेरोज़गार स्नातकों को ₹1,000 की अभूतपूर्व मासिक सहायता मिलेगी।

इस महत्वपूर्ण योजना के लिए पात्रता मानदंड, इस भत्ते की अधिकतम अवधि और अगले पाँच वर्षों में दस लाख रोज़गार के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार किस प्रकार कार्य कर रही है, इसके बारे में जानें।

बेरोज़गार स्नातकों के लिए ₹1,000 मासिक भत्ता

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर यह महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के ‘सात निश्चय’ कार्यक्रम के अंतर्गत पहले से चल रही मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना का दायरा अब बढ़ा दिया गया है।

मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना का विस्तार
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि स्वयं सहायता भत्ता योजना, जो पहले इंटरमीडिएट डिग्री वाले बेरोजगार युवाओं को प्रदान की जाती थी, अब कला, विज्ञान और वाणिज्य डिग्री वाले बेरोजगार स्नातकों को भी प्रदान की जाएगी। यह योजना रोजगार चाहने वाले युवाओं के लिए एक बड़ा आर्थिक संबल साबित होगी।

लाभ के लिए पात्रता और समय सीमा
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि 20 से 25 वर्ष की आयु के स्नातक युवा जो न तो पढ़ाई कर रहे हैं और न ही रोजगार की तलाश में हैं, न ही स्वरोजगार में हैं और न ही किसी सरकारी, निजी या गैर-सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं, उन्हें अधिकतम दो वर्षों की अवधि के लिए ₹1,000 प्रति माह की दर से मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि युवा इस सहायता का उपयोग आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में करेंगे, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित होगा।

अगले 5 वर्षों में 10 लाख नौकरियों का विशाल लक्ष्य
बिहार के मुख्यमंत्री ने यह भी दोहराया कि नवंबर 2005 में नई सरकार के गठन के बाद से, अधिक से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां और रोज़गार प्रदान करना, उन्हें सशक्त और सक्षम बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है।

कौशल विकास पर ज़ोर
नीतीश कुमार ने याद दिलाया कि अगले पाँच वर्षों में 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान करने का एक विशाल लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आने वाले वर्षों में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नए रोज़गार सृजित होंगे।

इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, युवाओं को नौकरियों या रोज़गार तक आसान पहुँच प्रदान करने हेतु कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। यह बेरोज़गारी भत्ता भी इसी दिशा में एक सशक्त कदम है, जो युवाओं को अपनी क्षमताओं को निखारने में प्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान करता है।

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *