बिहार चुनाव 2025 – बिहार के लिए एनडीए के घोषणापत्र की मुख्य बातें यहां दी गई हैं

Saroj kanwar
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बिहार चुनाव 2025 – बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दल अब वादों से भरे हुए हैं। महागठबंधन के “तेजस्वी प्रणब” (तेजस्वी प्रणब) नामक घोषणापत्र के जवाब में, एनडीए ने शुक्रवार को “संकल्प पत्र” शीर्षक से अपना घोषणापत्र जारी किया। एनडीए ने संयुक्त रूप से यह घोषणापत्र जारी किया, जिसमें समाज के सभी वर्गों को संबोधित किया गया और शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं और बुनियादी ढाँचे से जुड़े महत्वपूर्ण वादे किए गए।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास पासवान) के प्रमुख चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने संयुक्त घोषणापत्र जारी किया। उन्होंने सर्वसम्मति से घोषणा की कि एनडीए सरकार बनाएगी।

एनडीए के घोषणापत्र के मुख्य बिंदु

शुक्रवार को जारी एनडीए के घोषणापत्र में रोज़गार को प्राथमिकता दी गई है। एनडीए ने वादा किया है कि अगर वह सरकार बनाती है तो 1 करोड़ सरकारी नौकरियाँ और रोज़गार के अवसर पैदा करेगी। एनडीए के इस वादे को महागठबंधन के हर परिवार को रोज़गार देने के वादे के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। बिहार को स्मार्ट बनाने और यात्रा को सुगम बनाने के लिए चार शहरों में मेट्रो रेल चलाने की भी घोषणा की गई है।

इसके अलावा, हर ज़िले में एक मेगा स्किल सेंटर की स्थापना और कौशल जनगणना के ज़रिए कौशल आधारित रोज़गार स्थापित करने की भी घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री महिला रोज़गार योजना के तहत महिलाओं को ₹2 लाख तक की सहायता दी जाएगी। साथ ही, 1 करोड़ महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाने का भी वादा किया गया है।

संकल्प पत्र के मुख्य बिंदु

“महिला मिशन करोड़पति” के माध्यम से चिन्हित महिला उद्यमियों को करोड़पति बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

अति पिछड़ा वर्ग के विभिन्न व्यावसायिक समूहों को ₹10 लाख की सहायता दी जाएगी।

सर्वोच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा, जो अति पिछड़ा वर्ग की विभिन्न जातियों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का आकलन करेगी और सरकार को उनके सशक्तिकरण के लिए उचित कदम सुझाएगी।

कर्पूरी ठाकुर किसान सम्मान निधि शुरू करने से किसानों को प्रति वर्ष ₹3,000, यानी कुल ₹9,000 का लाभ होगा।

कृषि-बुनियादी ढांचे में ₹1 लाख करोड़ का निवेश किया जाएगा।

सभी प्रमुख फसलों (धान, गेहूँ, दालें और मक्का) की खरीद पंचायत स्तर पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी।

‘मत्स्य-दूध मिशन’ योजना से प्रत्येक मत्स्यपालक को कुल ₹9,000 (पचास) का लाभ मिलेगा।

‘बिहार दुग्ध मिशन’ के तहत प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर शीतलन एवं प्रसंस्करण केंद्र स्थापित किए जाएँगे।

पाँच मेगा फ़ूड पार्क स्थापित किए जाएँगे, जिससे कृषि निर्यात दोगुना हो जाएगा।

2030 तक दाल उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की जाएगी।

सात एक्सप्रेसवे बनाए जाएँगे।
3,600 किलोमीटर रेल लाइन का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
अमृत भारत एक्सप्रेस और नमो रैपिड रेल सेवाओं का विस्तार किया जाएगा।

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