बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार रविवार शाम 5 बजे थम गया। 20 जिलों की 122 सीटों के लिए मतदान दल मतदान केंद्रों पर पहुँच चुके हैं। उच्च जोखिम वाले मतदान केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बल तैनात किए जाएँगे।
प्रचार के अंतिम दिन सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए की ओर से ज़ोरदार प्रचार किया, जबकि महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव और राहुल गांधी ने जनसभाएँ कर वोट की अपील की। नेताओं को अब केवल घर-घर जाकर प्रचार करने की अनुमति होगी। रैलियों और रोड शो की अनुमति नहीं होगी। दूसरे चरण में 37,013,556 मतदाता हैं, जो अपने पसंदीदा उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
कितने उम्मीदवारों की साख दांव पर है?
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 37,013,556 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 19,544,041 पुरुष और 17,468,572 महिला मतदाता शामिल हैं। इसके अलावा, दूसरे चरण में 1,302 उम्मीदवारों में से 136 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें 1165 पुरुष और एक तृतीय लिंग उम्मीदवार शामिल हैं। कुल 45,399 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 40,073 ग्रामीण क्षेत्रों में और 5,326 शहरी क्षेत्रों में हैं। नए मतदाताओं की संख्या 528,954 है।
दूसरे चरण में क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटा निर्वाचन क्षेत्र भागलपुर (23.887 वर्ग किमी) है, जबकि सबसे बड़ा चैनपुर (1814.15 वर्ग किमी) है। मखदुमपुर में सबसे कम 2,47,574 मतदाता मतदान के साथ दूसरे चरण में हैं, जबकि हिसुआ में सबसे अधिक 3,67,667 मतदाता मतदान के साथ तीसरे चरण में हैं। चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे चरण में 595 बूथों का प्रबंधन महिलाओं द्वारा किया जाएगा, जबकि 91 बूथों का प्रबंधन दिव्यांगजनों द्वारा किया जाएगा।
किस 20 जिलों में वोट डाले जाएँगे?
दूसरे चरण में पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, कैमूर, रोहतास, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई में मतदान होगा।
दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर
दूसरे चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। इनमें झंझारपुर से नीतीश मिश्रा, सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, धमधा से लेशी सिंह, छातापुर से नीरज कुमार बबलू, गया टाउन से प्रेम कुमार, चकाई से मंत्री सुमित कुमार सिंह, अमरपुर से जयंत राज, चैनपुर से जमां खान, फुलपरास से शीला मंडल और हरसिद्धि से कृष्णनंदन पासवान शामिल हैं। महागठबंधन के कई प्रमुख नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर है।