भारत में सोने का निवेश और खरीदारी हमेशा से लोगों के लिए महत्व रखती हैं। सोना नववर्ष, त्योहार, शादी या निवेश का नाम हो, सोने की कीमतें सीधे तौर पर आम जनता के बजट और आर्थिक स्थिति को प्रभावित करती हैं। हाल ही में सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी गई है, जिससे सोना खरीदने वालों को बड़ी राहत मिली है। यह गिरावट कई शहरों के बाजार में साफ नजर आ रही है, और यह खबर खासतौर पर उन लोगों के लिए अच्छी है जो सोना खरीदने का सोच रहे थे या सोने को लेकर चिंता में थे।
सोने की कीमतों में यह गिरावट उन निवेशकों और खरीदारों के लिए फायदेमंद है जिन्होंने लंबे समय से सोने के दामों में स्थिरता की उम्मीद कर रखी थी। पिछले कुछ महीनों में सोने के दाम एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास या उससे ऊपर चले जा रहे थे, जो आम आमदनी वालों के लिए कठिनाई का कारण बन रहा था। लेकिन अब 2025 में जून और जुलाई के महीनों में 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव 98,000 रुपये के करीब आ गया है, जो पिछले दामों के मुकाबले करीब 1,500 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट बताता है। इसी तरह 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग 90,400 रुपये और 18 कैरेट सोना भी सस्ता हुआ है।
Gold Prices में आई गिरावट का कारण और इसका प्रभाव
सोने के दाम में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं। इनमें वैश्विक आर्थिक मंदी, डॉलर की मजबूती, केंद्रीय बैंकों द्वारा सोना खरीद में कमी, और क्रूड तेल व बाजार में अन्य पूंजीगत बदलाव शामिल हैं। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौद्रिक नीतियों और महंगाई दर में बदलाव भी सोने के दाम को प्रभावित करते हैं। जब वैश्विक बाजार में सोने की मांग कम होती है तो स्थानीय बाजार पर भी इसका असर होता है, जिससे कीमतों में गिरावट आती है।
हाल के समय में भारत के प्रमुख बुलियन मार्केट में भी सोने के दाम नीचे आए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, प्रमुख शहरों में 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का दाम लगभग 96,647 से 98,735 रुपये के बीच आ गया है, जबकि 22 कैरेट के लिए यह दाम लगभग 90,000 रुपये के पास है। यह आयाम शुद्धता व कैरेट के अनुसार थोड़ा-बहुत अलग हो सकता है, लेकिन लगभग हर शहर में गिरावट का असर साफ नजर आ रहा है।
आपके शहर में सोने का नया रेट कैसा है?
भारत के विभिन्न महानगरों और शहरों में सोने की कीमतों में हल्की-फुल्की भिन्नता होती रहती है, जो कि स्थानीय टैक्स, ज्वैलरी मेकिंग चार्ज व बाजार की स्थिति पर निर्भर करती है। सामान्य तौर पर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता जैसे शहरों में 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने के रेट लगभग समान ही चलते हैं, जो इस गिरावट का लाभ आम यूजर्स तक पहुंचाता है।
उदाहरण के लिए, जून 2025 में दिल्ली या मुंबई में 24 कैरेट सोना लगभग 98,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर पर बिक रहा था। वहीं, 22 कैरेट सोना लगभग 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आस-पास था। छोटे शहरों में भी जैसे लखनऊ, पटना या हैदराबाद में सोने के दाम इनके करीब-करीब हैं, पर मेकिंग चार्ज और अन्य छोटे खर्चों के कारण थोड़ा ऊपर-नीचे हो सकते हैं। चांदी की कीमत में भी गिरावट आई है जो प्रति किलो लगभग 1,08,900 रुपये तक पहुंची है।
सरकार और अन्य पहल – सोने के रेट और योजनाएं
सरकार ने सोना निवेश को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जिनमें गोल्ड बॉन्ड योजना प्रमुख है। इस योजना के तहत लोगों को सोना सीधे खरीदने की बजाय सरकार से बॉन्ड खरीदने का विकल्प मिलता है, जिससे उन्हें सुरक्षित निवेश का मौका मिलता है और सोने के भौतिक भंडारण की जरूरत नहीं पड़ती। इस योजना में ब्याज भी मिलता है, जो सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव से बचाव देता है।
इसी तरह, डिजिटल गोल्ड जैसे निवेश विकल्प भी बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके तहत लोग किसी भी समय ऑनलाइन सोने की खरीद-फरोख्त कर सकते हैं, बिना ज्वैलरी की तरह मेकिंग चार्ज और अन्य खर्चों के। इन योजनाओं से सरकार और बाजार में पारदर्शिता बढ़ी है और आम जनता के लिए सोने में निवेश करना आसान और सुरक्षित हुआ है। इस समय इस तरह की योजनाओं के कारण भी पारंपरिक सोना खरीदने की मांग में कुछ फर्क आ सकता है, जिससे सोने की कीमतों पर असर पड़ा है।
सोने की कीमतों की गिरावट से आपको क्या फायदा होगा?
सोने की कीमतों में हुई गिरावट से खरीददारों और निवेशकों दोनों को फायदा हुआ है। जो लोग पहले सोना खरीदने का फैसला टाल रहे थे, वे अब इस समय सोना खरीद सकते हैं, क्योंकि दाम कम हैं। त्योहारों और शादी के सीजन को देखते हुए यह गिरावट खरीदारों के लिए खास अवसर लेकर आई है।
निवेशक भी इस मौके का फायदा उठा सकते हैं, क्योंकि सोने की कीमत उतार-चढ़ाव वाली वस्तु है, और गिरावट के बाद जब कीमत बढ़ेगी तो उन्हें अच्छा मुनाफा हो सकता है। साथ ही गोल्ड बॉन्ड और डिजिटल गोल्ड में निवेश करने वालों के लिए भी यह सही समय है।