Barwani News: मंडलेश्वर में एक निजी बीएड कॉलेज की छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ शुक्रवार को बड़ा प्रदर्शन किया। छात्राओं ने प्राचार्य और लाइब्रेरियन पर भ्रष्टाचार, अभद्रता और जातिगत भेदभाव जैसे गंभीर आरोप लगाए। विरोध स्वरूप छात्राओं ने कॉलेज गेट पर ताला जड़ दिया और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ मिलकर बड़वाह-धामनोद राजमार्ग पर चक्काजाम किया। आंदोलन करीब चार घंटे चला और दो बार सड़क जाम की गई।
आरोपों में कहा गया कि प्राचार्य निजी जरूरतों के लिए छात्राओं से सामान मंगवाती थीं और प्रैक्टिकल व परीक्षा में नंबर दिलाने के बदले रुपए मांगती थीं। एक छात्रा ने बताया कि रुपए नहीं देने पर उसे दो विषयों में फेल कर दिया गया, जबकि पिछली परीक्षाओं में उसके अच्छे अंक आए थे। लाइब्रेरियन पर भी पास कराने के बदले 12 हजार रुपए मांगने का आरोप लगा। कई छात्राओं ने जातिगत भेदभाव और अपशब्द कहने की शिकायत भी की।
प्रारंभिक चर्चा में कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई को टालने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं तत्काल निलंबन की मांग पर अड़ी रहीं। जब प्रशासन ने क्लासरूम में दोनों पक्षों को आमने-सामने बैठाने की कोशिश की, तो मीडिया को बाहर भेजने की बात पर मामला और बिगड़ गया। इसके बाद छात्राएं फिर सड़क पर आ गईं।
आखिरकार लगातार दबाव और दोबारा चक्काजाम के बाद कॉलेज प्रबंधन को झुकना पड़ा। प्राचार्य और लाइब्रेरियन को निलंबित कर दिया गया और छात्राओं की उत्तरपुस्तिकाएं दोबारा जांचने के लिए यूनिवर्सिटी को पत्र भेजा गया। मामले की आगे की सुनवाई एसडीएम कोर्ट में होगी।
कॉलेज प्रशासन पर यह पहला आरोप नहीं है। पूर्व में भी छात्राएं भ्रष्टाचार और मानसिक प्रताड़ना की शिकायतें कर चुकी हैं। अब छात्राओं को उम्मीद है कि निष्पक्ष जांच होगी और उन्हें न्याय मिलेगा।