Barwani News: राजस्व विभाग ने डिजिटल भू-अभिलेख को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए जीआईएस 2.0 एमपी भूलेख पोर्टल को अपडेट किया है। इसके चलते 23 जुलाई से 12 दिन तक पोर्टल बंद रहा। 3 अगस्त को पोर्टल दोबारा शुरू हुआ, लेकिन नई प्रक्रिया जटिल होने और पोर्टल की धीमी गति के कारण कामकाज में देरी हो रही है।
पोर्टल पर खसरा, नक्शा, खतोनी और भू-अधिकार पुस्तिका से जुड़े काम प्रभावित हुए हैं। लोक सेवा केंद्रों पर इन कार्यों को पूरा कराने के लिए लोगों की भीड़ लग रही है। कई लोग लगातार कई दिनों से केंद्रों पर आ रहे हैं लेकिन धीमी प्रक्रिया के कारण उन्हें इंतजार करना पड़ रहा है।
पोर्टल में नए बदलाव के चलते अब आवेदन करते समय हर बार ओटीपी लेना जरूरी हो गया है। पहले यह जरूरी नहीं था। पटवारियों के अनुसार यदि संबंधित व्यक्ति का मोबाइल बंद हो या नेटवर्क न मिले तो ओटीपी नहीं आता और काम रुक जाता है। इससे कई लोगों के नामांतरण, बंटवारा, नकल जैसे काम अटक गए हैं। एक पटवारी के पास 10 से ज्यादा काम लंबित हैं।
लोक सेवा केंद्र प्रबंधकों ने बताया कि पहले आवेदन जमा करने में कुछ मिनट ही लगते थे, लेकिन अब प्रक्रिया लंबी और जटिल हो गई है। एक आवेदन जमा करने में 20 मिनट तक का समय लग रहा है। पोर्टल की गति भी काफी धीमी है, जिससे कर्मचारियों को भी काम करने में परेशानी हो रही है।
अधिकारियों का कहना है कि पोर्टल को तकनीकी रूप से बेहतर बनाया गया है। हालांकि शुरुआत में कुछ समस्याएं आ रही हैं, लेकिन जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा और लोगों को बेहतर सेवा मिलेगी।