तेज बारिश और हवाओं से सीवल में केला फसल को हुआ भारी नुकसान

Saroj kanwar
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Burhanpur News: नेपानगर क्षेत्र के ग्राम सीवल में तेज बारिश और हवाओं के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। 30 से अधिक किसानों की 50 हेक्टेयर से ज्यादा केला फसल जमींदोज हो गई। एसडीएम भागीरथ वाखला को सूचना मिलने के बाद उन्होंने पटवारी ब्रजेश पटेल के नेतृत्व में एक टीम मौके पर भेजी, जिसने नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है।

गुरुवार रात नेपानगर और आसपास के क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई, साथ ही तेज हवाएं भी चलने लगीं। इन मौसम की गतिविधियों ने सीवल में केले की फसल को गंभीर रूप से प्रभावित किया। इसके अलावा मक्का और कपास की फसलें भी खराब हुई हैं। किसानों ने सुबह अपने खेतों में पहुंचकर देखा तो उन्हें फसल में पूरी तरह तबाही का मंजर नजर आया।

किसान पांडुरंग महाजन ने बताया कि उनकी खेत में केले की फसल पूरी तरह तैयार हो चुकी थी। रात में तेज हवा और बारिश के कारण फसल को नुकसान हुआ और सुबह जब वह खेत में पहुंचे तो वहां का दृश्य काफी हताश करने वाला था। इसके अलावा, अजमल जाधव, मंगला बाई गोकुल, नंदु रामलाल, प्रतीक प्रकाश जैन जैसे 30 से ज्यादा किसानों के खेतों में केले की फसल बर्बाद हो गई।

एसडीएम ने मौके पर पटवारियों की टीम भेजी, जिसने सर्वे शुरू कर दिया। हालांकि, सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि किसानों को कितना नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि केले की फसल पर बीमा का लाभ नहीं मिलता, जबकि अन्य फसलों के लिए यह सुविधा उपलब्ध है। इस समस्या को लेकर कई बार मांग उठाई गई है, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया।

किसान बीमा के लिए संसद और विधानसभा में भी अपनी आवाज उठा चुके हैं। सांसद ज्ञानेश्वर पाटील और विधायक मंजू दादू ने इस मुद्दे को सदन में भी उठाया है, लेकिन सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उनका कहना है कि इस तरह के प्राकृतिक आपदाओं में मुआवजा देने के बावजूद, जो राशि मिलती है, वह किसानों की लागत भी नहीं निकाल पाती। यदि केला फसल पर बीमा योजना लागू हो, तो किसानों को इस तरह के नुकसान से बचने में मदद मिल सकती है।

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