1 अक्टूबर से पूरे बिहार में ड्राइविंग टेस्ट के नियम बदल जाएँगे। ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट देना अनिवार्य होगा। इस नई व्यवस्था से ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया और पारदर्शी हो जाएगी। परिवहन विभाग ने सभी ज़िला अधिकारियों को इन नए नियमों का पालन करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं।
पटना और औरंगाबाद में यह व्यवस्था पहले से ही लागू है, लेकिन 1 मार्च, 2025 से राज्य के सभी ज़िलों में टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट देना अनिवार्य हो जाएगा। नए नियमों के अनुसार, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सभी आवेदकों को टेस्टिंग ट्रैक पर टेस्ट देना होगा। मारुति इन टेस्टिंग ट्रैक को हाई-टेक सिस्टम में अपग्रेड करने पर काम कर रही है। अब उम्मीदवारों को मैन्युअली टेस्ट देना होगा। इस नए नियम से ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और बिना उचित टेस्ट के लाइसेंस मिलने की प्रथा खत्म होगी।
ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करें
नए नियमों के अनुसार, आवेदकों को पहले ऑनलाइन आवेदन करना होगा। फिर उन्हें दी गई तारीख पर टेस्टिंग ट्रैक पर जाना होगा। ट्रैक पर, आवेदक सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा देंगे।
लर्निंग लाइसेंस के लिए, आवेदकों को पहचान पत्र, पते का प्रमाण, आयु प्रमाण और चार पासपोर्ट आकार के फोटो जमा करने होंगे। उनसे यातायात नियमों के बारे में भी प्रश्न पूछे जाएँगे, जिनका उन्हें सही उत्तर देना होगा।