Chhatarpur News: जनपद पंचायत छतरपुर की खड़गांव पंचायत के परा गांव में हो रहे नाली निर्माण कार्य को लेकर ग्रामीणों में गहरी नाराजगी है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। सीमेंट, गिट्टी, डस्ट और सरिया जैसे जरूरी सामान में भारी अनियमितता है। काम शुरू होते ही नाली में दरारें आ गईं, जिससे निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
ग्रामीण पवन यादव ने बताया कि सीमेंट की बोरियां बिना मापतौल के सीधे डस्ट पर डाली जा रही हैं। काम में स्थानीय मजदूरों की बजाय टीकमगढ़ जिले से आए लोगों को लगाया गया है और ठेका भी बाहरी ठेकेदार को मिला है। जबकि नियमों के अनुसार पंचायत को निर्माण एजेंसी माना गया है और स्थानीय मजदूरों को प्राथमिकता देना अनिवार्य है।
ग्रामीणों को आशंका है कि फर्जी मस्टर बनाकर भुगतान निकाला जा सकता है।एक जागरूक नागरिक ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर की है। ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी केवल मुख्यालय में बैठकर कागजी जांच कर रहे हैं, जबकि निर्माण स्थल पर कोई निगरानी नहीं है। इससे सरपंच और ठेकेदार मनमानी कर रहे हैं। अंत में फर्जी मूल्यांकन रिपोर्ट बनाकर शासन को गुमराह किया जा रहा है।
इस संबंध में जनपद पंचायत के सीईओ अजय सिंह ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद सरपंच-सचिव से बात कर अधिकारियों को मौके पर भेजा जाएगा। अगर घटिया सामग्री का उपयोग पाया गया, तो कार्रवाई की जाएगी।