गीजर और रूम हीटर के इस्तेमाल से बिजली का बिल बढ़ता है, बिजली की खपत को नियंत्रित करने के लिए स्मार्ट टिप्स जानें

Saroj kanwar
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बिजली बिल कम करने के टिप्स: जैसे ही सर्दी का मौसम शुरू होता है, घरों में गीज़र और रूम हीटर का इस्तेमाल कई गुना बढ़ जाता है। सुबह नहाने से लेकर रात को सोने तक ये उपकरण लगातार चलते रहते हैं। लंबे समय तक चालू रहने के कारण ये काफी बिजली की खपत करते हैं, जिसका सीधा असर बिजली के बिल पर पड़ता है। अक्सर लोगों को इसका एहसास तब होता है जब महीने के अंत में उन्हें भारी-भरकम बिल मिलता है।

टाइमर और स्मार्ट फीचर्स से राहत

आजकल बाज़ार में टाइमर, ऑटो कट-ऑफ और स्मार्ट कंट्रोल जैसे फीचर्स वाले गीज़र और हीटर उपलब्ध हैं। इन फीचर्स की मदद से डिवाइस एक निश्चित समय के बाद अपने आप बंद हो जाता है। मोबाइल कंट्रोल से आप डिवाइस को दूर से नियंत्रित कर सकते हैं। इससे अनावश्यक बिजली की खपत कम होती है और बिल पर सीधा असर पड़ता है।

सही तापमान सेट करना बेहद ज़रूरी है
अक्सर लोग गीज़र का तापमान ज़रूरत से ज़्यादा सेट कर देते हैं, जिससे बिजली की खपत तेज़ी से बढ़ जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, गीज़र के लिए 50 से 55 डिग्री सेल्सियस का तापमान पर्याप्त माना जाता है। इस तापमान पर पानी बिना अतिरिक्त बिजली बर्बाद किए आराम से गर्म हो जाता है। आजकल, ज़्यादातर गीज़रों में इनबिल्ट थर्मोस्टेट होता है जो तापमान को नियंत्रित करने और बिजली बचाने में मदद करता है।

नए उपकरण खरीदते समय समझदारी बरतें

अगर आप सर्दियों के लिए नया गीज़र या रूम हीटर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो उसकी BEE स्टार रेटिंग ज़रूर देखें। ज़्यादा स्टार रेटिंग वाले उपकरण कम बिजली की खपत करते हैं। शुरुआत में ये थोड़े महंगे लग सकते हैं, लेकिन लंबे समय में इनसे बिजली के बिल में काफ़ी बचत होती है।

उपयोग की आदतें भी बहुत मायने रखती हैं

अगर रूम हीटर चलते समय कमरे के दरवाज़े और खिड़कियाँ खुली हों, तो गर्मी बाहर निकल जाती है और हीटर को ज़्यादा देर तक चलाना पड़ता है। इसी तरह, गीज़र को ज़रूरत से ज़्यादा देर तक चालू रखने से भी बिजली बर्बाद होती है। सही समय पर उपकरण बंद करना और जरूरत पड़ने पर ही उसका इस्तेमाल करना छोटी-छोटी आदतें हैं, लेकिन इनसे आप बिजली के भारी बिलों से बच सकते हैं।

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