क्या सिर्फ़ FD में निवेश करना सही है? जानें कैसे पाएं सुरक्षित रिटर्न?

Saroj kanwar
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फिक्स्ड डिपॉजिट रिटर्न: आज के बढ़ते बाजार उतार-चढ़ाव के दौर में, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक माना जाता है। बैंक और वित्तीय संस्थान इसे एक स्थिर आय स्रोत के रूप में प्रचारित करते हैं, जहाँ मूलधन पूरी तरह सुरक्षित रहता है और निवेशक को एक निश्चित ब्याज दर पर एक निश्चित रिटर्न मिलता है। यही कारण है कि लाखों लोग अपनी मेहनत की कमाई FD में जमा करना पसंद करते हैं।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि केवल FD पर निर्भर रहना एक समझदारी भरा फैसला नहीं है। हालाँकि यह निवेश सुरक्षित हो सकता है, लेकिन मुद्रास्फीति के कारण यह लंबी अवधि में आपके रिटर्न को कम कर सकता है।

FD में निवेश के लाभ

फिक्स्ड डिपॉजिट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है। बाजार में तेजी हो या गिरावट, आपके मूलधन पर कोई असर नहीं पड़ता। इसके अलावा, आपको पूर्व-निर्धारित ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है। FD उन लोगों के लिए सबसे उपयुक्त हैं जो जोखिम से बचते हैं और स्थिर आय को प्राथमिकता देते हैं। इसके अलावा, FD तरलता प्रदान करते हैं। इसका मतलब है कि आप आपात स्थिति में समय से पहले पैसे निकाल सकते हैं।

FD एक बेहतरीन निवेश माध्यम है

हालाँकि FD को सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन आमतौर पर इन पर मिलने वाला रिटर्न मुद्रास्फीति दर से कम होता है। उदाहरण के लिए, अगर मुद्रास्फीति 6% है और आपकी FD पर 6.5% ब्याज मिलता है, तो करों के बाद आपका वास्तविक रिटर्न लगभग नगण्य होगा। इससे लंबी अवधि में आपकी बचत की क्रय शक्ति कम हो जाती है।

FD पर मिलने वाले ब्याज पर कर लगता है, जिसका असर आपकी कुल कमाई पर पड़ता है। खासकर उच्च कर श्रेणी के निवेशकों के लिए, FD पर कर-पश्चात रिटर्न काफी कम होता है।

FD एक सुरक्षित निवेश माध्यम है
वित्तीय सलाहकार कहते हैं कि विविधीकरण बेहद ज़रूरी है। इसका मतलब है कि अपना सारा पैसा एक ही निवेश साधन में लगाने के बजाय, कई विकल्पों में निवेश करना। इससे न सिर्फ़ जोखिम कम होता है, बल्कि अच्छे रिटर्न की संभावना भी बढ़ जाती है।

आप अपने पोर्टफोलियो में म्यूचुअल फंड, बॉन्ड, एनपीएस, ईपीएफ, पीपीएफ और सरकारी योजनाओं को शामिल कर सकते हैं। ये सभी विकल्प सुरक्षित माने जाते हैं और कई मामलों में, फिक्स्ड डिपॉजिट से ज़्यादा रिटर्न देते हैं।
निवेश संतुलित होते हैं।

हर निवेशक की जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्य अलग-अलग होते हैं। इसलिए, इन दोनों कारकों को ध्यान में रखते हुए निवेश का चयन करना ज़रूरी है। अगर आप कम जोखिम वाले निवेशक हैं, तो फिक्स्ड डिपॉजिट और सरकारी योजनाएँ आपके लिए बेहतर हैं। हालाँकि, अगर आप थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं, तो इक्विटी और म्यूचुअल फंड लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।

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