क्रेडिट स्कोर: कई लोग स्वाभाविक रूप से सोचते हैं कि क्या क्रेडिट कार्ड भुगतान या किस्त भुगतान में एक दिन की देरी उनके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती है। इसके लिए अलग नियम हैं। भारत में ज़्यादातर बैंक और क्रेडिट ब्यूरो 30 दिनों से कम की देरी को विलंबित भुगतान नहीं मानते। इसका मतलब है कि अगर आप अपने भुगतान में सिर्फ़ एक दिन की भी देरी करते हैं, तो इसका आपके स्कोर पर लगभग कोई असर नहीं पड़ता और यह आपकी रिपोर्ट में भी दर्ज नहीं होता।
बैंक और क्रेडिट कार्ड कंपनियाँ अक्सर एक छोटी सी मोहलत देती हैं। इसका मतलब है कि अगर आपकी देय तिथि सोमवार थी और आपने मंगलवार को भुगतान कर दिया, तो इसे विलंबित भुगतान नहीं माना जाएगा। आपको अपने बैंक की नीति की जाँच कर लेनी चाहिए, क्योंकि हर बैंक के नियम एक जैसे नहीं होते।
हालाँकि एक दिन की देरी से भुगतान करने पर आपके स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन इससे विलंब शुल्क लग सकता है। बैंक और कार्ड कंपनियाँ थोड़ा-बहुत जुर्माना लगा सकती हैं, जो आमतौर पर बहुत ज़्यादा नहीं होता। लेकिन अगर यह आदत बन जाए, तो ये शुल्क बढ़कर आपकी जेब पर बोझ बन सकते हैं।
आमतौर पर 30 दिनों से ज़्यादा समय तक भुगतान लंबित रहने पर क्रेडिट स्कोर प्रभावित होता है। हालाँकि, 60 या 90 दिनों की देरी आपके क्रेडिट स्कोर को काफ़ी कम कर सकती है। इसलिए, इस पर विशेष ध्यान देना ज़रूरी है। अगर आप अपनी भुगतान की नियत तारीख भूल जाते हैं और इस तरह कोई भुगतान चूक जाते हैं, तो आप अपने खाते में ऑटो-डेबिट सेवा चालू कर सकते हैं, जिससे नियत तारीख पर आपके खाते से पैसे अपने आप डेबिट हो जाएँगे।