बिहार विधानसभा चुनाव 2025 – बिहार विधानसभा चुनाव में अब सभी दलों के नेता तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बिहार के सीमांचल क्षेत्र में महागठबंधन को भारी नुकसान पहुँचाने वाली AIMIM इस बार भी कई सीटों पर अपनी किस्मत आजमा रही है। मंगलवार का दिन AIMIM के लिए अहम होने वाला है।
पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी पहली बार मुंगेर पहुँच रहे हैं, जहाँ वह एक चुनावी रैली करेंगे। इस रैली में वह जनता से अपने उम्मीदवार पूर्व मंत्री मोनाज़िर हसन के लिए वोट करने की अपील करेंगे। मोनाज़िर हसन जदयू और राजद से चार बार विधायक भी रह चुके हैं। इस बार वह AIMIM के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में 30,000 से ज़्यादा मुस्लिम मतदाता हैं। अगर ओवैसी मुस्लिम मतदाताओं को लामबंद करने में कामयाब होते हैं, तो एनडीए उम्मीदवार को सीधा फायदा होने की संभावना है।
राजद को नुकसान हो सकता है
मुंगेर विधानसभा सीट से मोनाज़िर हसन अगर अपने समुदाय में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो राजद उम्मीदवार को नुकसान होने की आशंका है, जो महागठबंधन के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। ओवैसी की रैली को लेकर स्थानीय राजनीतिक सरगर्मी भी तेज़ हो गई है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बिहार में ज़्यादातर मुस्लिम मतदाता महागठबंधन को पसंद करते हैं।
अगर असदुद्दीन ओवैसी यहाँ अपनी मज़बूत उपस्थिति दर्ज कराते हैं, तो इसका सीधा नुकसान महागठबंधन को होगा। ओवैसी के आने से नए समीकरण भी बन गए हैं। मोनाज़िर हसन ने रैली में कहा है कि वह जनता को तीन आयामी संदेश देंगे: स्थानीय विकास, रोज़गार और शिक्षा।
पहले चरण में कितनी सीटों पर चुनाव होंगे?
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें अब नजदीक आ रही हैं। 6 नवंबर को 121 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा। सभी 243 विधानसभा सीटों के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएँगे, और यह एक अहम चुनाव होगा।
एनडीए ने नीतीश कुमार को, जबकि महागठबंधन ने तेजस्वी यादव को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाया है। तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार लगातार जनसभाएँ कर मतदाताओं से समर्थन की अपील कर रहे हैं। इस चुनाव के काफी दिलचस्प होने की उम्मीद है।