Electronics Cluster Approval: नरेंद्र मोदी सरकार ने नोएडा को एक और बड़ा तोहफा दिया है. सेमीकंडक्टर यूनिट के बाद अब गौतम बुद्ध नगर में 417 करोड़ रुपये की लागत से एक नया इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (EMC) मंजूर किया गया है. यह क्लस्टर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) द्वारा विकसित किया जाएगा.
200 एकड़ में फैलेगा इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस क्लस्टर को लेकर जानकारी दी कि यह 200 एकड़ में विकसित किया जाएगा और इसमें 2500 करोड़ रुपये तक का निजी निवेश आने की उम्मीद है. यह निवेश 15 हजार से अधिक युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा. क्लस्टर को सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जोड़ा जाएगा जिससे परिवहन और आपूर्ति आसान होगी.
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बनेगा नया इलेक्ट्रॉनिक पार्क
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-10 में इलेक्ट्रॉनिक पार्क विकसित किया जाएगा. केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को भी बुधवार को मंजूरी दे दी है. पार्क का निर्माण EMC-2.0 योजना के अंतर्गत किया जाएगा. यहां 206.40 एकड़ क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां, फ्लैटेड फैक्ट्रियां और एंकर यूनिट्स स्थापित की जाएंगी.
फॉर्च्यून-500 कंपनियों को भेजा जाएगा आमंत्रण
इस पार्क में फॉर्च्यून-500 कंपनियों को आमंत्रित करने की योजना बनाई गई है. औद्योगिक भूखंडों का वर्गीकरण पहले ही तैयार कर लिया गया है. जिनमें विभिन्न माप के कुल 68 भूखंड शामिल हैं, जिन्हें कंपनियों को आवंटित किया जाएगा.
68 भूखंडों पर बनेंगी 350 से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक इकाइयां
कुल 68 भूखंडों में से एक एंकर यूनिट के लिए 50 एकड़, और फ्लैटेड फैक्ट्रियों के लिए 20234 व 44515 वर्गमीटर के दो भूखंड आरक्षित होंगे. इन पर 350 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स लगने की उम्मीद है. दावा किया गया है कि निर्माण कार्य 1 जुलाई 2025 से शुरू हो जाएगा.
परियोजना का कुल खर्च और समय सीमा
इस मेगा प्रोजेक्ट पर कुल 538.38 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. इसमें से 144.48 करोड़ रुपये केंद्र सरकार देगी, जबकि 393.90 करोड़ रुपये यमुना प्राधिकरण द्वारा दिए जाएंगे. परियोजना 1 जुलाई 2025 से शुरू होकर अगले तीन वर्षों में पूरी होनी है.
हैवल्स लगाएगी एंकर यूनिट, 800 करोड़ का निवेश
इस योजना के तहत हैवल्स कंपनी का आवेदन पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है. कंपनी को 50 एकड़ भूमि आवंटित की गई है. हैवल्स 800 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और पंखे, कूलर, लाइट, बल्ब, केबल्स समेत कई इलेक्ट्रिक उत्पादों का निर्माण करेगी. इससे हजारों स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा.
अन्य कंपनियों को भी दिया जा रहा मौका
EMC-2 योजना के तहत अंबर एंड एसेंट के. कंपनी और डिक्सन कंपनी को भी प्रिंटेड सर्किट बोर्ड और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए लेटर ऑफ इंटेंट जारी किया गया है नई कंपनियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है ताकि निवेश का दायरा और बड़ा हो सके.